पुस्तक समीक्षा प्रवक्ता न्यूज़ पुस्तक चर्चा/पत्रकारिता के छात्रों के लिए महत्वपूर्ण पुस्तक ‘‘रेडियो पत्रकारिता’’ November 7, 2011 / December 5, 2011 | Leave a Comment पत्रकारिता का ताना-बाना आज पूरी तरह बदल गया है। रोज नये-नये तकनीक और पहलू, पत्रकारिता को एक अलग पहचान दिलाने में लगे हैं। सूचना तकनीक के विकास और विस्तार में पत्रकारिता के क्षेत्र इलेक्ट्रानिक मीडिया को दिनों-दिन विस्तार दे रहा है। इसके पारंपरिक संवाद ने माध्यम को अपना बाना बदलने को विवश कर दिया है। […] Read more » radio journalism रेडियो पत्रकारिता
लेख राहुल का दलित प्रेम कांग्रेस की चुनावी नैया डुबो देगा November 6, 2011 / December 5, 2011 | 1 Comment on राहुल का दलित प्रेम कांग्रेस की चुनावी नैया डुबो देगा डॉ आशीष वशिष्ठ मिषन यूपी 2012 के तहत दलित मतदाताओं को रिझाने और उन्हें यह समझाने के लिये कि केवल कांग्रेस ही उनकी हमदर्द, दोस्त और हितेषी है, के लिये पिछले काफी समय से यूपी में घूम-घूमकर पसीना बहा रहे हैं। दलित बहुल गांवों की गुप-चुप यात्राएं, दलितों की झोपड़ी में बैठने, खाने और सोने […] Read more » कांग्रेस चुनावी नैया दलित मतदाता राहुल का दलित प्रेम
लेख न्यायिक सुधार की काँटों भरी राह November 6, 2011 / December 5, 2011 | 1 Comment on न्यायिक सुधार की काँटों भरी राह मनी राम शर्मा भारत के पूर्व विधि एवं न्याय मंत्री श्री वीरप्पा मोइली ने कहा था कि मार्च 2012 तक न्यायालयों का कम्प्यूटरीकरण कर दिया जायेगा और शीघ्र न्याय मिलने लगेगा| इस पथ की बाधाओं का आकलन करें तो ज्ञात होगा कि निर्धारित लक्ष्य तिथि अब नजदीक ही है और कम्प्यूटरीकरण व शीघ्र न्यायप्रदानगी की […] Read more » Judicial Improvement काँटों भरी राह न्यायिक सुधार
पर्यावरण पानी रे पानी तू हर जगह, लेकिन पीने को एक बूंद नहीं November 2, 2011 / December 5, 2011 | Leave a Comment स्टाजिंग कुजांग आंग्मो लेह की सड़कों पर चलते हुए जैसे-जैसे मैं पुरानी बातों को याद करती हूं, तो बचपन की यादें किसी फूल की तरह ताजा हो जाती हैं। ऐसा लगता है कि जैसे कल की ही बात हो जब मैं अपने साथियों के साथ इन हरे भरे चारागाहों, सुंदर और भव्य इलाकों और हीरे […] Read more » water जल पानी
विविधा आंगनबाड़ी की मदद से प्राथमिक शिक्षा को बढ़ावा November 2, 2011 / December 5, 2011 | Leave a Comment सुधा कुमारी कहते हैं जब एक लड़का शिक्षित होता है तो एक नागरिक शिक्षित होता है, लेकिन जब एक लड़की शिक्षित होती है तो एक पीढ़ी शिक्षित होती है। शिक्षा के इस महत्व को समय-समय पर देश की सभी सरकारों ने पहचाना और इसके प्रोत्साहन के लिए अनेक उपाए भी किए। कभी देश के मानचित्र पर […] Read more » primary studies आंगनवाड़ी
विविधा पहाड़ी भाषा से सौतेला बर्ताव क्यूं ? November 2, 2011 / December 5, 2011 | Leave a Comment ख्वाजा परवेज दिलबर भाषा न केवल विचारों को अभिव्यक्त करने का सर्वाधिक महत्वपूर्ण साधन है बल्कि यह किसी भी समुदाय की सामाजिक और सांस्कृतिक पहचान को भी दर्शाने का एक सशक्त माध्यम होता है। देश के अन्य भागों की तरह जम्मू कश्मीर में भी एक दर्जन से अधिक भाषा बोली और समझी जाती है। इनमें […] Read more » language पहाड़ी भाषा
प्रवक्ता न्यूज़ उल्टे अक्षरों से लिख दी भागवत गीता October 30, 2011 / December 5, 2011 | Leave a Comment मिरर इमेज शैली में कई किताब लिख चुके हैं पीयूष : आप इस भाषा को देखेंगे तो एकबारगी भौचक्क रह जायेंगे. आपको समझ में नहीं आयेगा कि यह किताब किस भाषा शैली में लिखी हुई है. पर आप ज्यों ही शीशे के सामने पहुंचेंगे तो यह किताब खुद-ब-खुद बोलने लगेगी. सारे अक्षर सीधे नजर आयेंगे. […] Read more » geeta भागवत गीता
धर्म-अध्यात्म अटल आस्था का अनूठा पर्व छट पूजा October 30, 2011 / December 5, 2011 | Leave a Comment नागमणि पाण्डेय छठ पूजा का प्रारंभ महाभारत काल में कुंती द्वारा सूर्य की आराधना व पुत्र कर्ण के जन्म के समय से माना जाता है। मान्यता है कि छठ देवी सूर्य देव की बहन हैं और उन्हीं को प्रसन्न करने के लिए जीवन के महत्वपूर्ण अवयवों में सूर्य व जल की महत्ता को मानते हुए, […] Read more » festival अटल आस्था छट पूजा
धर्म-अध्यात्म कुम्भ : परंपरा, इतिहास एंव वर्तमान October 29, 2011 / December 5, 2011 विकास सिंघल कुम्भ शब्द का अर्थ ही होता है अमृत का घड़ा यानि ज्ञान का घड़ा और कुम्भ प्रथा से स्पष्ट अभिप्राय है , ज्ञान के घड़े का सदुपयोग. हमारा राष्ट्र भारत आदिकाल से ही संतो, ऋषियों और मुनियों की धरती रही है. इस देश की धरती ने कालिदास जैसे मूर्खो को भी ज्ञानी बनाया […] Read more » history present इतिहास एंव वर्तमान कुम्भ : परंपरा
विविधा “बाबर की औलाद” का राष्ट्रपति भवन में मंचन शर्मनाक : विहिप October 28, 2011 / December 5, 2011 | 1 Comment on “बाबर की औलाद” का राष्ट्रपति भवन में मंचन शर्मनाक : विहिप विहिप ने भेजा राष्ट्रपति व प्रधान मंत्री को पत्र, कहा-मंचन हुआ तो होगा प्रदर्शन केन्द्रीय कानून मंत्री श्री सलमान खुर्शीद द्वारा लिखित नाटक “बाबर की औलाद” के राष्ट्रपति भवन में आज मंचन किये जाने का विश्व हिन्दू परिषद ने कडा विरोध किया है। विहिप दिल्ली के महा मंत्री श्री सत्येन्द्र मोहन ने आज इस नाटक […] Read more » son of babar बाबर की औलाद
धर्म-अध्यात्म प्रतिशोध की भावना सत्य से अलग करा देती है October 28, 2011 / December 5, 2011 | 3 Comments on प्रतिशोध की भावना सत्य से अलग करा देती है संत श्री देवराहाशिवनाथदास भगवान के द्वारा प्राप्त हुई प्रसाद का सदुपयोग न करने से जीव महापाप का भागी होता है। मनुष्य को प्रसाद रूप मे जो बुद्धि मिली है, वही तो भगवत् प्रसाद है। जिसको बुद्धि नहीं मिली है, वही तो भगवत् प्रसाद है। जिसको बुद्धि नहीं मिली है उसको भगवत कृपा से दूर समझें। […] Read more » truth प्रतिशोध की भावना संत श्री देवराहाशिवनाथदास
राजनीति भारतीय प्रज्ञा की आवाज : जनचेतना यात्रा October 27, 2011 / December 5, 2011 | Leave a Comment भरतचन्द नायक एशिया में लोकतंत्र का उदय उन्नीसवीं शताब्दी की महत्वपूर्ण घटना है। लेकिन इससे भी विस्मयकारी यह है कि प्रायद्वीप में लोकतंत्र में जितनी गतिशीलता और परिपक्वता भारत में आयी है, वह अन्यत्र दुर्लभ है। तथापि भारतीय लोकतंत्र विकृतियों का अपवाद है यह दावा भी नहीं किया जा सकता है। भारतीय लोकतंत्र की सबसे […] Read more » Lal krishn Advani जन चेतना यात्रा लालकृष्ण आडवाणी