राजनीति ये ‘जुमलों’ पर ‘जुनून’ की जीत है! February 10, 2015 / February 10, 2015 | Leave a Comment राजेश कश्यप दिल्ली विधानसभा के चुनावी परिणाम…अद्भूत और अप्रत्याशित। देश के चुनावी इतिहास का उल्लेखनीय अध्याय के रूप में दर्ज हो गया है। बड़े-बड़े दिग्गज, चुनावी विश£ेषक और राजनीति के धुरंधर दिल्ली की जनता का यह मिजाज नहीं भांप पाये। दिल्ली विधानसभा चुनावों के परिणाम ने स्पष्ट कर दिया कि अब ‘जुमलों’ की राजनीति देश […] Read more » जुनून की जीत है
जन-जागरण प्रत्याशित परिणाम, अप्रत्याशित प्रदर्शन May 19, 2014 / May 19, 2014 | Leave a Comment -राजेश कश्यप- लोकसभा-2014 के चुनाव परिणाम प्रत्याशित हैं, लेकिन भाजपा का देशभर में अनूठा एवं अद्भूत प्रदर्शन अप्रत्याशित रहा है। सर्वेक्षण अनुमानों में भी लगभग यह स्पष्ट हो गया था कि ‘इस बार मोदी सरकार’ ही बनने वाली है। लेकिन, अनुमानों से कहीं बढ़कर चौंकाने वाले परिणाम आयेंगे, यह शायद किसी ने सोचा भी नहीं […] Read more » अप्रत्याशित प्रदर्शन नरेंद्र मोदी प्रत्याशित परिणाम मोदी सरकार
राजनीति ‘विश्वास-मत’ की कसौटी पर ‘आप’ January 3, 2014 | 6 Comments on ‘विश्वास-मत’ की कसौटी पर ‘आप’ राजेश कश्यप ‘आम आदमी पार्टी’ दिल्ली विधानसभा में ‘विश्वास-मत’ की कसौटी पर खड़ी है। इस कसौटी पर ‘आप’ खरा उतर पायेगी अथवा नहीं, यह तो समय ही बतायेगा। लेकिन, वह अपने वायदों पर बिल्कुल खरा उतर चुकी है। ‘आप अपने घोषणा-पत्र के पानी और बिजली से सम्बंधित दोनों शीर्ष वायदों को मात्र 48 घण्टे के […] Read more »
राजनीति विविधा दाल रोटी खाओ और प्रभु के गुण गाओ! August 22, 2013 / August 22, 2013 | 1 Comment on दाल रोटी खाओ और प्रभु के गुण गाओ! दाल रोटी योजना राजेश कश्यप एक पुरानी कहावत ‘दाल रोटी खाओ और प्रभु के गुण गाओ’ को हकीकत में चरितार्थ करने के लिए हरियाणा सरकार ने बड़ी धूमधाम से ‘दाल रोटी योजना’ का श्रीगणेश कर दिया है। गत 20 अगस्त, 2013 को स्व. राजीव गांधी के जन्मदिन पर पानीपत जिले के एस.डी. विद्या मन्दिर स्कूल […] Read more » ‘दाल रोटी योजना
हिंद स्वराज कहां खड़ा है हमारे शहीदों के स्वप्न का वतन? August 16, 2013 / August 16, 2013 राजेश कश्यप हम स्वतंत्रता के साढ़े छह दशक पार कर चुके हैं। यह स्वतंत्रता महात्मा गांधी, सरदार भगत सिंह, चन्द्रशेखर आजाद, राजगुरू, सुखदेव, राम प्रसाद बिस्मिल, लाला लाजपतराय, उधम सिंह, खुदीराम बोस, बाल गंगाधर तिलक आदि न जाने कितने ही जाने-अनजाने देशभक्त क्रांतिकारियों की अनंत शहादतों, त्याग एवं कुर्बानियों का प्रतिफल है। हम कभी […] Read more » कहां खड़ा है हमारे शहीदों के स्वप्न का वतन
आर्थिकी आंकड़ों की जुबानी आंकड़ों का सच July 31, 2013 / July 31, 2013 | Leave a Comment राजेश कश्यप भारत सरकार ने एक बार फिर गरीबी के नये अप्रत्याशित आंकड़े पेश किए हैं और दावा किया है कि गरीबी 15 फीसदी कम हो गई है और अब गरीब घटकर मात्र 22 प्रतिशत रह गये हैं। सरकारी आंकड़ों के अनुसार वर्ष 1973-74 में कुल 54.4 प्रतिशत, वर्ष 1977-78 में 51.3 प्रतिशत, वर्ष 1983 […] Read more » आंकड़ों की जुबानी आंकड़ों का सच
टॉप स्टोरी ‘मीड डे मील’ या ‘मासूम मर्डर मील’ July 25, 2013 / July 25, 2013 | Leave a Comment राजेश कश्यप 16 जुलाई, 2013 का दिन पूरी मानवता को शर्मसार कर देने वाले और देश व समाज को बुरी तरह झकझोर देने वाले काले दिन के रूप में दर्ज हो गया। जिस देश के मासूम, अबोध और फूलों से सुकोमल हंसते-खिलखिलाते बच्चे स्कूल में विषाक्त मध्यान्तर भोजन (मिड डे मील) खाने के बाद […] Read more » ‘मासूम मर्डर मील ‘मीड डे मील’
राजनीति कांग्रेस जीती नहीं, भाजपा हारी है ! May 8, 2013 / May 8, 2013 | 3 Comments on कांग्रेस जीती नहीं, भाजपा हारी है ! त्वरित टिप्पणी:कर्नाटक चुनाव राजेश कश्यप कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस की स्पष्ट जीत हर किसी के लिए चौंकाने वाली है। कांग्रेस की यह जीत निःसंदेह भाजपा के लिए बहुत बड़ा सबक और गहरा सन्देश है। इसके साथ ही इन चुनावी परिणामों ने कई मिथकों और आम धारणाओं को भी तोड़ा है। यदि सैद्धान्तिक तौरपर देखा जाए […] Read more » कांग्रेस जीती नहीं भाजपा हारी है !
आर्थिकी आम बजट : ढ़ाक के तीन पात ! राजेश कश्यप March 4, 2013 | Leave a Comment बहुप्रतिक्षित वर्ष 2013-14 का बजट आ गया। बजट पर राजनीतिकों, समीक्षकों और समाचार विश्लेषकों के बीच तर्क-वितर्कों के तीखे तीर बड़ी तेजी से चल पड़े हैं, जोकि परंपरागत रूप से कई दिनों तक चलेंगे। विपक्ष ने बजट को सिरे से ‘कन्फूज्ड’ कहते हुए निराशावादी करार दे दिया है और रस्मी रिवाज को अटूट बनाते हुए […] Read more » आम बजट : ढ़ाक के तीन पात ! राजेश कश्यप
आर्थिकी आम आदमी की नब्ज टटोलता बजट ! March 2, 2013 | Leave a Comment राजेश कश्यप हरियाणा सरकार ने अपने वार्षिक बजट 2013-14 में आम आदमी को आकर्षित करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी है। वित्तमंत्री हरमोहिन्दर सिंह चट्ठा ने कुल 18000 करोड़ का बजट पेश किया, जोकि गतवर्ष की तुलना में 24 प्रतिशत अधिक है। इस बार भूपेन्द्र हुड्डा सरकार ने बजट के जरिए जबरदस्त गुगली फेंकी […] Read more »
विविधा समाज आखिर श्रमिक कब तक सहेगा शोषण ? February 23, 2013 / February 23, 2013 | 2 Comments on आखिर श्रमिक कब तक सहेगा शोषण ? राजेश कश्यप श्रमिकों की राष्ट्रव्यापी हड़ताल श्रमिक संगठनों की राष्ट्रव्यापी हड़ताल के दौरान श्रमिकों का गुस्सा सरकार और पूंजीपति लोगों के खिलाफ जमकर फूटा। फूटे भी क्यों नहीं? श्रमिकों की कोई सुध लेने वाला नहीं है। हर जगह श्रमिकों का भारी शोषण हो रहा है। गरीबी, भूखमरी, बेकारी, बेरोजगारी और दिनोंदिन आसमान को छूती महंगाई […] Read more » आखिर श्रमिक कब तक सहेगा शोषण
शख्सियत शौर्य, स्वाभिमान और वतनपरस्ती की प्रतिमूर्ति राजा नाहर सिंह January 10, 2013 / January 10, 2013 | Leave a Comment राजेश कश्यप शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर वर्ष मेले। वतन पे मिटने वालों का यही बांकी निशां होगा।। वतन की आजादी के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले असंख्य शहीद शूरवीर और रणबांकुरों की शौर्य गाथाएं इतिहास के पन्नों पर बड़े स्वर्णिम अक्षरों में अंकित हैं, जिन्हंे पढ़ने मात्र से ही देशभक्ति, […] Read more » Raja nahar singh