लेख ढ़ाई आखर प्रेम के…. February 13, 2012 / February 13, 2012 | Leave a Comment राजेश कश्यप 14 फरवरी / ‘वेलेंटाइन डे’ विशेष ‘प्रेम’! दिल की कितनी अथाह गहरी भावनाओं को झंकृत करता है, यह शब्द। इस शब्द के उच्चारण मात्र से ही दिल के तार मधुर झंकार करने लगते हैं।‘प्रेम’ की अनुभूति दिल को गुदगुदा जाती है। ‘प्रेम’ के बारे में जितना भी लिखा या कहा जाए, कम ही […] Read more » ‘वेलेंटाइन डे’ 4th february valentines day
लेख हरियाणा में छाया काले हिरणों के अस्तित्व पर घोर संकट February 6, 2012 / February 6, 2012 | Leave a Comment राजेश कश्यप हरियाणा में गत माह दस जनवरी से हिरणों की हत्याओं का सिलसिला शुरू होने के बाद समाप्त होने का नाम ही नहीं ले रहा है। संज्ञान में आए मामलों के अनुसार 31 जनवरी तक एक दर्जन हिरण शिकारियों एवं आवारा जंगली कुत्तों का शिकार बन चुके हैं। इनमें से तीन हिरण शिकारियों की […] Read more » black deer in haryana black deer on the verge of extinction काले हिरणों के अस्तित्व पर घोर संकट हरियाणा
शख्सियत समाज के सच्चे पथ प्रदर्शक सन्त रविदास February 6, 2012 / February 6, 2012 | Leave a Comment 7 फरवरी/ जयंती विशेष राजेश कश्यप हमारे भारत देश की पावन भूमि पर अनेक साधु-सन्तों, ऋषि-मुनियों, योगियों-महर्षियों और दैवीय अवतारों ने जन्म लिया है और अपने अलौकिक ज्ञान से समाज को अज्ञान, अधर्म एवं अंधविश्वास के अनंत अंधकार से निकालकर एक नई स्वर्णिम आभा प्रदान की है। चौदहवीं सदी के दौरान देश में जाति-पाति, धर्म, […] Read more » sant ravidas
शख्सियत ग्रामीण भारत की बुलन्द आवाज थे चौधरी रणबीर सिंह January 30, 2012 / May 9, 2012 | Leave a Comment 1 फरवरी/ पुण्यतिथि पर विशेष —ग्रामीण भारत की बुलन्द आवाज थे राजेश कश्यप आजकल देश में जनप्रतिनिधियों के प्रति जनता में बढ़ता अविश्वास,जातिपाति-धर्म-मजहब की संकीर्ण राजनीति, राज्यों के विभाजन, जमीन अधिग्रहण पर बवाल, आरक्षण की संकीर्ण सियासत, ऑनर किलिंग, किसानों की आत्महत्या, फसलों का उचित मुआवजा न मिलना आदि असंख्य समस्याएं विकट चुनौती बनी खड़ी […] Read more » Chaudhari Ranbir Singh ग्रामीण भारत ग्रामीण भारत की बुलन्द आवाज थे चौधरी रणबीर सिंह चौधरी रणबीर सिंह
पर्व - त्यौहार लेख 26 जनवरी / गणतंत्र दिवस विशेष / गणतंत्र के समक्ष समस्याएं यत्र-तत्र-सर्वत्र January 25, 2012 / January 25, 2012 | 1 Comment on 26 जनवरी / गणतंत्र दिवस विशेष / गणतंत्र के समक्ष समस्याएं यत्र-तत्र-सर्वत्र -राजेश कश्यप छह दशक पार कर चुके गौरवमयी गणतंत्र के समक्ष यत्र-तत्र-सर्वत्र समस्यांए एवं विडम्बनाएं मुंह बाए खड़ी नजर आ रही हैं। देशभक्तों ने जंग-ए-आजादी में अपनी शहादत एवं कुर्बानियां एक ऐसे भारत के निर्माण के लिए दीं, जिसमें गरीबी, भूखमरी, बेरोजगारी, बेकारी, शोषण, भेदभाव, अत्याचार आदि समस्याओं का नामोनिशान भी न हो और राम […] Read more » 26 januaryAC 26 जनवरी गणतंत्र के समक्ष समस्याएं यत्र-तत्र-सर्वत्र गणतंत्र दिवस विशेष
बच्चों का पन्ना कुपोषण: राष्ट्रीय शर्म बनाम राष्ट्रीय भ्रम January 16, 2012 / January 15, 2012 | 2 Comments on कुपोषण: राष्ट्रीय शर्म बनाम राष्ट्रीय भ्रम राजेश कश्यप हाल ही में प्रधानमंत्री ने भूख और कुपोषण सर्वेक्षण रिपोर्ट (हंगामा-2011) जारी करते हुए, स्पष्टतः स्वीकार किया कि देश में भूखमरी और कुपोषण की स्थिति राष्ट्रीय शर्म का विषय है। निःसन्देह यह रिपोर्ट दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक और विश्व की दूसरी सबसे तेज बढ़ती अर्थव्यवस्था वाले देश को हकीकत का आईना दिखाती […] Read more » malnutrition malnutrition a national shame कुपोषण राष्ट्रीय भ्रम राष्ट्रीय शर्म
बच्चों का पन्ना कलयुग के कंस न बन जाएं कल के कर्णधार November 14, 2011 / December 3, 2011 | 1 Comment on कलयुग के कंस न बन जाएं कल के कर्णधार 14 नवम्बर / बाल दिवस पर विशेष राजेश कश्यप अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बच्चों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता सर्वप्रथम वर्ष 1934 में महसूस की गई और जेनेवा घोषणा के तहत बाल अधिकार सुनिश्चित किए गए। इसके उपरांत बच्चों के सर्वांगीण विकास और उनके हितों के रक्षार्थ संयुक्त महासभा द्वारा 20 नवम्बर, 1989 को बाल […] Read more » Future Generation कल के कर्णधार कलयुग के कंस
खेल जगत कब रूकेगा भद्रजनों का अभद्र खेल? November 5, 2011 / December 5, 2011 | Leave a Comment राजेश कश्यप लंदन (इंग्लैण्ड) की साउथवर्क कोर्ट ने अगस्त, २०१० को प्रकाश में आए स्पॉट फिक्सिंग मामले की गहन छानबीन करने के बाद पाकिस्तान क्रिकेट टीम के खिलाड़ी सलमान बट और मोहम्मद आसिफ को दोषी ठहराया है। कोर्ट ने पाया कि सलमान बट के कहने पर ही मोहम्मद आसिफ ने नो बॉल फेंकी थीं। इसके […] Read more » Cricket भद्रजनों का अभद्र खेल
धर्म-अध्यात्म ‘श्री लक्ष्मी’ का पौराणिक एवं वैश्विक स्वरूप October 27, 2011 / December 5, 2011 | 1 Comment on ‘श्री लक्ष्मी’ का पौराणिक एवं वैश्विक स्वरूप राजेश कश्यप प्रतिवर्ष कार्तिक मास की अमावस्या को श्री लक्ष्मी पूजन के रूप मे दीपोत्सव अर्थात् दीपावली का पर्व मनाया जाता है। इस दिन की बड़ी अपार महता है। यूं तो यह पर्व मर्यादा पुरूषोत्तम श्री राम के चौदह वर्ष वनवास पूरा करके वापिस अयोध्या में लौटने की खुशी में मनाया जाता है। लेकिन, इसके […] Read more » ‘श्री लक्ष्मी’ global nature पौराणिक वैश्विक स्वरूप
कला-संस्कृति कार्तिक माह: स्वर्ग-प्राप्ति की आसान राह October 24, 2011 / December 5, 2011 | Leave a Comment राजेश कश्यप कार्तिक का महीना व्रतों, त्योहारों और धार्मिक अनुष्ठानों के लिए बेहद पावन होता है। कार्तिक महीने की प्रतिपदा से लेकर कार्तिक महीने की पूर्णमासी तक पूरे महीने धार्मिक अनुष्ठान चलते रहते हैं। देव उठनी एकादशी, गोवद्र्धन पूजा, दीपावली, भैयादूज, करवाचौथ, अहोई जैसे त्योहार इसी कार्तिक महीने में ही आते हैं। पौराणिक दृष्टि से […] Read more » kartik month कार्तिक माह स्वर्ग-प्राप्ति की आसान राह
बच्चों का पन्ना कैसे बनती है आतिशबाजी? October 24, 2011 / December 5, 2011 | 1 Comment on कैसे बनती है आतिशबाजी? राजेश कश्यप दीपावली पर्व पर प्रत्येक बच्चे की इच्छा होती है कि वो आतिशबाजी करे। वैसे आतिशबाजी करने में बड़ा आनंद आता है। लेकिन, क्या आपको पता है कि आखिर इस आतिशबाजी को बनाया कैसे जाता है? अगर नहीं तो हम आपको इसी आतिशबाजी के अवसर (दीपावली) पर बताने जा रहे हैं कि किस प्रकार […] Read more » fireworks आतिशबाजी
लेख दीपावली पर्व का पौराणिक, ऐतिहासिक एवं वैज्ञानिक महत्व October 22, 2011 / December 5, 2011 | 6 Comments on दीपावली पर्व का पौराणिक, ऐतिहासिक एवं वैज्ञानिक महत्व राजेश कश्यप दीपावली हमारा सबसे प्राचीन धार्मिक पर्व है। यह पर्व प्रतिवर्ष कार्तिक मास की अमावस्या को मनाया जाता है। देश-विदेश में यह बड़ी श्रद्धा, विश्वास एवं समर्पित भावना के साथ मनाया जाता है। यह पर्व ‘प्रकाश-पर्व’ के रूप में मनाया जाता है। इस पर्व के साथ अनेक धार्मिक, पौराणिक एवं ऐतिहासिक मान्यताएं जुड़ी हुई […] Read more » Diwali festival ऐतिहासिक दीपावली पर्व वैज्ञानिक महत्व