प्रवक्ता न्यूज़ जिन्ना ने संविधान सभा में दिए सेकुलर भाषण को खुद ही नकार दिया था – वर्गीज August 19, 2009 / December 27, 2011 | Leave a Comment नई दिल्ली: प्रख्यात पत्रकार बीजी वर्गीज ने मोहम्मद अली जिन्ना द्वारा पाकिस्तान की संविधान सभा के समक्ष 11 अगस्त, 1947 को दिए गए भाषण को अमान्य कर दिया है। जसवंत सिंह की जिन्ना की जीवनी पर आधारित पुस्तक के लोकार्पण समारोह के पश्चात हिंदुस्थान समाचार से एक विशष बातचीत में उन्होंने कहा कि विभाजन के […] Read more » Jinna मोहम्मद अली जिन्ना संविधान
राजनीति भारतीय राजनीति को ‘तिलक’ चाहिए July 30, 2009 / December 27, 2011 | 6 Comments on भारतीय राजनीति को ‘तिलक’ चाहिए आगामी 1 अगस्त को लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक की 89वीं पुण्यतिथि पड़ रही है। ‘प्रवक्ता डॉट कॉम’ के विशेष आग्रह पर युवा पत्रकार राकेश उपाध्याय ने समकालीन राजनीति और तिलक की प्रासंगिकता विषय पर तीन कड़ियों में आलेख लिखा है। ये आलेख आज की परिस्थिति के अनुकूल विचारोत्तेजक है और लोकमान्य तिलक के प्रति एक […] Read more » Indian Politics भारतीय राजनीति
प्रवक्ता न्यूज़ वी नीड मिलिटेंसी, नॉट मेंडिकेंसी July 29, 2009 / December 27, 2011 | 3 Comments on वी नीड मिलिटेंसी, नॉट मेंडिकेंसी भारत को गुलामी की जंजीरों से मुक्त कराने में प्रख्यात स्वतंत्रता सेनानी एवं समाज सुधारक लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक का योगदान अविस्मरणीय है। उत्कट देशभक्ति के प्रेरणास्रोत व “स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है और मैं इसे लेकर रहूँगा” का उद्घोष करनेवाले तिलक का जन्म 23 जुलाई, 1856 को एवं 1 अगस्त, 1920 को देहावसान हुआ। […] Read more » mendicancy मेंडिकेंसी
राजनीति लोकमान्य! हम शर्मिन्दा हैं…..स्वराज को हम भूल गए July 28, 2009 / December 27, 2011 | 9 Comments on लोकमान्य! हम शर्मिन्दा हैं…..स्वराज को हम भूल गए भारत को गुलामी की जंजीरों से मुक्त कराने में प्रख्यात स्वतंत्रता सेनानी एवं समाज सुधारक लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक का योगदान अविस्मरणीय है। कांग्रेस गरम दल के नेता के नाते उन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन को नयी दिशा दी। ‘गीतारहस्य’ नामक पुस्तक के रचयिता तिलक के लेखों ने लाखों भारतीयों को अपने देश के लिए सर्वस्व न्योछावर […] Read more » lokmanya लोकमान्य लोकमान्य
समाज ‘सच का सामना’ या ‘भटकाव’ का July 27, 2009 / December 27, 2011 | 8 Comments on ‘सच का सामना’ या ‘भटकाव’ का क्या ये सचमुच ‘सच का सामना’ है? सच मानें तो ये तो उस भटकाव का सामना है जिसके कारण कितने ही लोग अपनी खूबसूरत पारिवारिक जिंदगी तबाह कर लेते हैं, ये भटकाव भारतीय परिवार संस्था के लिए बहुत ही त्रासदायक है। हमारा दुर्भाग्य है कि महज चंद रूपयों की खातिर हम इस भटकाव को सहज […] Read more » Sach ka samna सच का सामना
राजनीति भाजपा को संघ से अलग करने में जुटा अमेरिका: राकेश उपाध्याय July 9, 2009 / December 27, 2011 | 2 Comments on भाजपा को संघ से अलग करने में जुटा अमेरिका: राकेश उपाध्याय सन् 2004 की अमेरिकी अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता आयोग की रिपोर्ट कई मामलों में चैंकाने वाली है। क्या कोई मान सकता है कि भारतीय जनता पार्टी में चल रही वैचारिक कलह के तार इस रिपोर्ट से भी जुड़े हुए हैं। भारतीय जनता पार्टी में आरएसएस और हिंदुत्व विचारधारा के विरोधी विचारक तत्व भले ही इस बात को माने या ना माने लेकिन सच्चाई यही है कि..... Read more » bjp भाजपा