कविता फीका-फीका फाग March 30, 2021 / March 30, 2021 | Leave a Comment बदले-बदले रंग है, फीका-फीका फाग !ढपली भी गाने लगी, अब तो बदले राग !! फागुन बैठा देखता, खाली हैं चौपाल !उतरे-उतरे रंग है, फीके सभी गुलाल !! बढ़ती जाए कालिमा, मन-मन में हर साल !रंगों से कैसे मलें, इक दूजे के गाल !! सूनी-सूनी होलिका, फीका-फीका फाग !रहा मनों में हैं नहीं, इक दूजे से […] Read more » फीका-फीका फाग
कविता हारा-थका किसान ! January 31, 2021 / January 31, 2021 | Leave a Comment बजते घुँघरू बैल के, मानो गाये गीत ! चप्पा चप्पा खिल उठे, पा हलधर की प्रीत !! देता पानी खेत को, जागे सारी रात ! चुनकर कांटे बांटता, फूलों की सौगात !! आंधी खेल बिगाड़ती, मौसम दे अभिशाप ! मेहनत से न भागता, सर्दी हो या ताप!! बदल गया मौसम अहो, हारा-थका किसान ! सूखे […] Read more » हारा-थका किसान
राजनीति देश का मेहनतकश, सच्चा किसान कभी जयचंद नहीं हो सकता. January 27, 2021 / January 27, 2021 | Leave a Comment किसान आंदोलन की आड़ में 26 जनवरी को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में जो कुछ भी हुआ है उसे जायज नहीं करार दिया जा सकता है. कृषि कानूनों के विरोध में गणतंत्र दिवस के मौके पर किसानों का ट्रैक्टर मार्च हिंसक हो गया. कई जगहों पर किसानों और पुलिस के बीच झड़प हुई. पिछले करीब दो […] Read more » farmer riot at red fort ट्रैक्टर रैली लाल किले पर 26 जनवरी के दिन खालिस्तानी झंडा लहराना सच्चा किसान कभी जयचंद नहीं हो सकता
कविता कायर, धोखेबाज जने, जने नहीं क्यों बोस !! January 23, 2021 / January 23, 2021 | Leave a Comment कैसे भूले बोस को, सौरभ हिन्दुस्तान !कतरा-कतरा खून का, उनका यहाँ कुर्बान !! बच्चा-बच्चा बोस का, ऐसा हुआ मुरीद !शामिल होकर फ़ौज में, होने चला शहीद !! भारत के उस बोस की, गाथा बड़ी महान !अपनी मिट्टी के लिए, छोड़ा सकल जहान !! कब दुश्मन से थे झुके, जीए बोस प्रचंड !नहीं गुलामी को सहा, […] Read more » poem on subash chandra bose बोस
विश्ववार्ता नए अमेरिकी राष्ट्रपति के लिए भारत है सफलता की कहानी January 21, 2021 / January 21, 2021 | Leave a Comment अमेरिका के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अमेरिका के 46 वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ले ली है.अमेरिका के नये राष्ट्रपति जो बाइडेन के सामने बहुत से अवसर हैं और चुनौतियां भी. कोरोना वायरस महामारी के दौर में हुए अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों में डोनाल्ड ट्रंप को हराकर जो बाइडन देश के 46वें राष्ट्रपति बने […] Read more » . इंडो-पेसिफिक संबंधों पर जोर इंटरनेशनल संस्थाओं में सक्रियता कोरोना महामारी जलवायु एवं पर्यावरण के मुद्दों पर बातचीत जलवायु परिवर्तन और नस्लीय भेदभवाव जो बिडेन बेबस अमेरिकी अर्थव्यवस्था
मनोरंजन मीडिया लेख सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर लगाम ही आएगी काम. January 15, 2021 / January 15, 2021 | Leave a Comment सोशल मीडिया संचार, सहयोग, शिक्षा जैसे विषयों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और परिणामस्वरूप सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को सार्वजनिक और सरकारी अधिकारियों की भागीदारी की तरह इसे महत्वपूर्ण मानते हैं. आज हमें सोशल मीडिया को सुरक्षित और संरक्षित रखने की जिम्मेदारी को समझने की जरूरत है ताकि यह समाज के लिए एक प्रगतिशील उपकरण के […] Read more » सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर लगाम
कविता दादी का संदूक ! January 13, 2021 / January 13, 2021 | Leave a Comment स्याही-कलम-दवात से, सजने थे जो हाथ !कूड़ा-करकट बीनते, नाप रहें फुटपाथ !!बैठे-बैठे जब कभी, आता बचपन याद !मन चंचल करने लगे, परियों से संवाद !! मुझको भाते आज भी, बचपन के वो गीत !लोरी गाती मात की, अजब-निराली प्रीत !! मूक हुई किलकारियां, चुप बच्चों की रेल !गूगल में अब खो गए,बचपन के सब खेल […] Read more » दादी का संदूक
लेख समाज बुजुर्गों को आशीर्वाद के रूप में देखा जाना चाहिए, बोझ नहीं। January 11, 2021 / January 11, 2021 | Leave a Comment हमारे देश में बुजुर्ग तेजी से बढ़ते जा रहे हैं, लेकिन उनके लिए उपलब्ध संसाधन कम होते जा रहें हैं। ऐसे में हम सबकी जिम्मेवारी बनती है कि उन्हें एक तरफ रखने के बजाय उनकी शारीरिक और मानसिक देखभाल करने के लिए समुदायों के जीवन में एकीकृत किया जाना चाहिए, जहां वे सामाजिक परिस्थितियों को […] Read more » elderly not a burden The elderly should be seen as a blessing बुजुर्ग आशीर्वाद के रूप में बुजुर्गों को आशीर्वाद के रूप में देखा जाना चाहिए
राजनीति भारत को नए साल में नए सिद्धांत और क्षमता की आवश्यकता है। January 2, 2021 / January 2, 2021 | Leave a Comment वर्ष 2020 तक चल रहे कोरोनावायरस महामारी के कारण कई मोर्चों पर एक चुनौतीपूर्ण रहा है। महामारी के बावजूद, कई महत्वपूर्ण शिखर आयोजित किए गए, इन शिखर सम्मेलनों में, भारत ने समस्या के संभावित समाधानों पर चर्चा करने में अग्रणी भूमिका निभाई। न केवल महामारी के मोर्चे पर, बल्कि चीन ने भारत के लिए और […] Read more » India needs new principles भारत
टेलिविज़न मीडिया लेख ख़बरों के पीछे दौड़ती पत्रकारिता को थोड़ी रैड लाइट की जरूरत है। December 28, 2020 / December 28, 2020 | Leave a Comment आज के दौर में सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभाव के बीच मीडिया के लिए विश्वसनियता की अहमियत पहले से ज्यादा बढ़ गई है। आज देश भर के चैनलों और अख़बारों में खबर जहां जल्दी पहुंचाने पर जोर है, वहीं समाचार में वस्तुनिष्ठता, निष्पक्षता और सटीकता बनाए रखना भी बेहद जरूरी है। इंटरनेट और सूचना के […] Read more » पत्रकारिता को थोड़ी रैड लाइट की जरूरत
कविता बन सौरभ तू बुद्ध !! December 27, 2020 / December 27, 2020 | Leave a Comment मतलबी संसार का, कैसा मुख विकराल !अपने पाँवों मारते, सौरभ आज कुदाल !! सिमटा धागा हो सही, अच्छे है कम बोल !सौरभ दोनों उलझते, अगर रखे ना तोल !! काँप रहे रिश्ते बहुत, सौरभ हैं बेचैन !बेरूखी की मार को, झेल रहें दिन-रैन !! जहर आज भी पी रहा, बनता जो सुकरात !कौन कहे है […] Read more » बन सौरभ तू बुद्ध
लेख समाज घर में बच्चे दो ही अच्छे नीति कर देगी सामाजिक बंधन कच्चे December 24, 2020 / December 24, 2020 | Leave a Comment राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण -5 (एनएफएचएस -5) के नवीनतम आंकड़ों से पता चलता है कि भारत को घर में बच्चे दो ही अच्छे नीति की आवश्यकता नहीं है। रिपोर्ट का कहना है कि ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में आधुनिक गर्भ निरोधकों का उपयोग से परिवार नियोजन मांगों में सुधार को पूरा किया जा रहा है। […] Read more » Only two good policy at home will make the social bond raw घर में बच्चे दो ही अच्छे नीति जनसंख्या नियंत्रण