बच्चों का पन्ना
December 15, 2012 / December 15, 2012 by प्रभुदयाल श्रीवास्तव | Leave a comment
सुबह सुबह चूहा भाई ने,
संपादक को डांटा|
“चार लेख भेजे थे मैंने,
नहीं एक भी छापा|”
संपादक ने एक पत्रिका,
उसकी तरफ बढ़ाई|
बोला”इसमें आप छपे हैं,
इसको पढ़ लो भाई|”
मुख्य पृष्ठ पर ज्योंहि उनको,
बिल्ली पड़ी दिखाई|
डर के मारे दौड़ लगाकर,
भागे चूहा भाई|