—विनय कुमार विनायक
राम कहो या कह लो श्याम
दोनों में कुछ न अंतर जान!
दोनों हैं एक अन्तर्यामी प्रभु
दोनों एक व्यक्त महा प्राण!
राम कहो या कह लो श्याम
दोनों हैं एक ही रुप भगवान!
आस्था बहुत बड़ी बात होती
हिन्दू होते हैं बड़े आस्थावान!
राम ने राक्षसों को संहारा था
कृष्ण संहारे रिश्तेदार शैतान!
राम कहो या कह लो श्याम
दोनों परम तत्व एक समान!
जो राम के नहीं हुए वे दीन
जो कृष्ण के नहीं वे मलीन!
दीन मलीन क्यों रहना चाहो
राम नाम मन ही मन गाओ!
राम का नाम है बड़ा सुखदाई
भगवान कृष्ण गोपाल कन्हाई!
राम नाम ईश्वर हरि का नाम
कृष्ण ने दिया गीता का ज्ञान!
राम नाम में शक्ति अति भारी
सुवा पढ़ावन गणिका गई तारी!
राम नाम से पुत्र को पुकार कर
पापी अजामिल गए विष्णु धाम!
हरे राम हरे कृष्ण मंत्र गान से
चैतन्य हो गए महाप्रभु समान!
भज लो प्रियवर राम का नाम
भज लो प्यारे गिरिधर श्याम!
—विनय कुमार विनायक