राजनीति

भारत का भविष्य है – मोदी

modiआज कांग्रेस नीत यूपीए सरकार के नेतृत्व में देश जिस प्रकार घोर अंधकार की ओर बढ़ रहा है उससे देश को बचाने के लिए एक सशक्त तथा राष्ट्रभक्त नेतृत्व की परम आवश्यकता है। आज कोई भी राजनेता मुस्लिम तुष्टिकरण से अछूता नहीं है। यूपीए सरकार तथा कुछ अन्य राज्य सरकारें जिस प्रकार बहुसंख्यक हिन्दुओं की लगातार अवहेलना करते हुए अल्पसंख्यक मुसलमानों आदि पर देश का धन अनावश्यक रूप से लुटा रही है उससे मंहगाई तथा भ्रष्टाचार निरंतर बढता जा रहा है और देश लगातार जेहादी आतंकवाद के कारण कमजोर होता जा रहा है।
कभी हमारे प्रधानमंत्री कहते है कि देश के संसाधनों पर पहला हक अल्पसंख्यकों (मुस्लिमों) का है, तो कभी विभिन्न योजनाएं बनाकर सरकार उन्हें धन देती है।
उत्तर प्रदेश की सरकार ने तो दो कदम आगे बढ़कर 10वीं पास करने वाली मुस्लिम छात्राओं को तीस-तीस हजार रुपये तक दे दिये जबकि अच्छे नम्बरों से 10वीं पास करने वाली अन्य गरीब हिन्दू छात्राओं को कुछ भी नहीं दिया। सरकार द्वारा धर्मनिरपेक्षता के नाम पर अधिग्रहण किये गए दक्षिण भारत के हजारों हिन्दू मन्दिरों में हिन्दुओं द्वारा श्रद्धा से चढ़ाया गया धन मुस्लिम तथा ईसाई संस्थाओं को बांटा जा रहा है। मुस्लिमों को हज के नाम पर अरबों रुपयों की सब्सिडी दी जाती है जबकि संसार का कोई मुस्लिम देश तक भी इस प्रकार की सब्सिडी नहीं देता।
सरकार द्वारा धर्मनिरपेक्षता के नाम पर किये जा रहे इस प्रकार के कार्य देश में घोर साम्प्रदायिकता को बढ़ावा दे रहे हैं। आज देश की सीमाएं भी सुरक्षित नहीं है। आए दिन पाकिस्तान किसी न किसी बहाने से आक्रमण करता ही रहता है। आए दिन देश में जिहादी आतंकवादी जहां चाहे वहां बम-विस्फोट करने में सफल हो जाते हैं जिसमें हजारों सुरक्षाकर्मी तथा नागरिक मारे जाते हैं तथा सरकार अपने वोट बैंक के लालच में कोई ठोस कार्रवाई नहीं करती और हमारा तथाकथित बुद्धिजीवी वर्ग तथा मीडिया इन जिहादी आतंकवादियों के समर्थन में आवाज उठाता है और उनको निर्दोष बताने का प्रयास करता है।
आज देश को इस दलदल से कोई बाहर निकाल सकता है तो वह केवल गुजरात के विकास पुरुष श्री नरेन्द्र मोदी ही है। परन्तु भाजपा तथा एनडीए के घटक दल के कुछ पद लोलुप नेता उन्हें पसंद नहीं करते। इसमें चाहे जिन्नावादी आडवाणी हो या तथाकथित धर्मनिरपेक्ष नीतीश कुमार।
आज भारतीय जनता पार्टी तथा संघ परिवार को देश की आवाज सुननी ही होगी। देश की जनता कांग्रेस के शासन से त्रस्त हो चुकी है वह बदलाव चाहती है। यह बदलाव केवल मोदी जी के ही रूप में दिख रहा है। भाजपा तथा संघ को यह समझना होगा कि यदि मोदी जी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित नहीं किया गया तो उसके लाखों कार्यकर्ता नेतृत्व के प्रति निराश होकर विद्रोह करने पर विवश हो जायेगें।
जिस प्रकार कभी कांग्रेस के लिए इन्दिरा ही इंडिया हुआ करती थी उसी प्रकार आज देश की राष्ट्रभक्त जनता के लिए मोदी ही भारत की आवाज बन गए है।

विनोद कुमार सर्वोदय