हमारा प्यारा गणतंत्र दिवस

0
219


आओ सब मिलकर गणतंत्र दिवस मनाए ,
इसे विश्व का हम सबसे बड़ा गणतंत्र बनाएं,
लागू हुआ था इस दिन नव निर्मित संविधान,
जिसमे है नागरिकों के सब अधिकार समान,
भेदभाव की इसमें कहीं कोई नहीं है नीति,
चाहे हो वह किसी प्रकार की भी हो नीति।

दिल्ली के राजपथ पर है हम सब इसे मनाते ,
सब मिलकर सब इसे हंसी खुशी से है मनाते ,
सेना के तीनों अंग सलामी देते जाते,
देश के राष्ट्रपति जी इसे लेते ही जाते,
राष्ट्रीय धुन सबके बैंड बाजे है बजाते,
जिसके आगे सबके पैर थिरकते जाते,

गगन में अनेक हवाई जहाज उड़ाए जाते
तरह तरह के वे अपने करतब भी दिखाते,
साथ में तिरंगे के तीनो रंग छोड़ते है जाते,
देखकर सभी देश वासी ताली है बजाते,
होता है इस दिन अनुपम परिदृश्य आसमान में,
देखा नहीं ऐसा दृश्य हमने कभी भी ब्रह्मांड मे ।

तरह-तरह की झांकियां निकलती जाती,
राष्ट्रपति जी को सब सलामी देती जाती,
जल थल नभ की अनेक टुकड़ियां भी आती,
अपने सब हत्यारों के साथ सजकर है आती,
सारे विश्व को अपने पराक्रम भी है दिखाती,
इस तरह सेना भी गणतंत्र दिवस है मनाती।

आर के रस्तोगी

Previous articleऐसे लौटेगा भारत में राम राज्य..
Next articleभारत में निवेश को बढ़ावा देने हेतु केंद्र सरकार कर रही है अथक प्रयास
आर के रस्तोगी
जन्म हिंडन नदी के किनारे बसे ग्राम सुराना जो कि गाज़ियाबाद जिले में है एक वैश्य परिवार में हुआ | इनकी शुरू की शिक्षा तीसरी कक्षा तक गोंव में हुई | बाद में डैकेती पड़ने के कारण इनका सारा परिवार मेरठ में आ गया वही पर इनकी शिक्षा पूरी हुई |प्रारम्भ से ही श्री रस्तोगी जी पढने लिखने में काफी होशियार ओर होनहार छात्र रहे और काव्य रचना करते रहे |आप डबल पोस्ट ग्रेजुएट (अर्थशास्त्र व कामर्स) में है तथा सी ए आई आई बी भी है जो बैंकिंग क्षेत्र में सबसे उच्चतम डिग्री है | हिंदी में विशेष रूचि रखते है ओर पिछले तीस वर्षो से लिख रहे है | ये व्यंगात्मक शैली में देश की परीस्थितियो पर कभी भी लिखने से नहीं चूकते | ये लन्दन भी रहे और वहाँ पर भी बैंको से सम्बंधित लेख लिखते रहे थे| आप भारतीय स्टेट बैंक से मुख्य प्रबन्धक पद से रिटायर हुए है | बैंक में भी हाउस मैगजीन के सम्पादक रहे और बैंक की बुक ऑफ़ इंस्ट्रक्शन का हिंदी में अनुवाद किया जो एक कठिन कार्य था| संपर्क : 9971006425

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here