कविता

राजनीति के गलियारे में

poetry

राजनीति के गलियारे में,

तीन व्यक्ति चर्चा में हैं

‘पप्पू’ तो हम सबका ही,

राज दुलारा है,

उसके गाल का डिंपल देखो,

कितना प्यारा प्यारा है!

देश संभालने की ख़ातिर वो,

नींद से उठकर आया है।

‘पप्पू’ पास ज़रूर होगा,

जापानी ट्यूटर का वादा है।

फेंकू की हुंकार से,

जनता को जोश आया है।

मन्दिर को पीछे करके,

विकास का नारा लाया है।

देखेंगे क्या वो कर पाता है।

इन दोनों के बीच में,

एक आम आदमी,

थोड़ा टेढ़ा, थोड़ा येड़ा,

सर्दी खांसी का मारा भी,

घुस आया है।

जनता ने साथ दिया तो वो,

संसद भवन छोड़कर,

हर बिल रामलीला मैदान में ही,

जनता के बीच पास करायेगा।

कुछ नई तरह से ही वो,

सरकार चलायेगा।