कोरोना: लॉक डाउन और हम

लाॅकडाउन में ऐसे करें समय का सदुपयोग

कोरोना एक वैश्विक संकट और महामारी के रुप में तेजी से फैल चुका है। कोरोना से आज कोई भी व्यक्ति अनभिज्ञ नहीं है। यह चीन के वुहान शहर से शुरू होकर विश्व के अधिकतर देशों में फैल चुका है।
इससे हम निजात तो पा लेंगे। लेकिन उसके बाद सामाजिक, आर्थिक उथल-पुथल हो सकती है। इतनी बड़ी विपदा में भी अगर हम एक नहीं होंगे तो फिर कब होंगे। लॉकडाउन को सफल करने के लिए कुछ दिन पहले बताना लाभकारी साबित हो सकता था। पहले बताने पर लोग राशन इकट्ठा कर लेते। किराना दुकान वाले भी एक्स्ट्रा स्टॉक रख लेते। जो लोग घर से कोसों दूर फंस गए हैं । वे नहीं फंसते और अपने घर सही सलामत पहुंचकर लॉक डाउन में  सहयोग करते। मजदूर तबके के लोग भूख और पैदल यात्रा से बेमौत मर रहे हैं। वो ऐसे ना मरते। अस्पतालों को भी कोरोना से लड़ने के लिए बड़े स्तर पर तैयार किया जा सकता, ताकि इस महामारी को फैलने से रोक कर इस पर  नियंत्रण पाया जाए। जीर्ण और जटिल (हार्ट, किडनी, कैंसर) बीमारी से पीड़ित लोग अपने डॉक्टर से मिलकर एक महीने की दवाई ले लेते। ऐसे में मेडिकल और अस्पताल में भीड़ कम होती। लाॅकडाउन के दौरान जिनके परिवार मे शादी है वो लोग वैकल्पिक तौर पर आपसी मुलाकात करके शादी को टाल सकते, क्योंकि इस निर्णय से काफी परेशानियां खड़ी हो गई है। शादियाँ होने के बजाए रिश्ते टूट रहे हैं क्योंकि शादी की तारीख नजदीक है और बाहर लाॅकडाउन है। जरुरी समान की खरीददारी के लिए दुकाने बंद हैं। सगे संबंधी जो घर से दूर दराज है वो पहुंचने में असमर्थ हैं। इस समय में पुलिस, डाक्टर और अन्य सरकारी विभाग महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। इस जंग मे हमारे रेल कर्मचारी भी अहम भूमिका निभा रहे हैं क्योंकि रेलवे के कर्मचारी सबसे विकट परिस्थितियों में सराहनीय कार्य करते हैं। लाॅकडाउन में जरूरी सामान की पूर्ति मे रेलवे का अहम योगदान है। इसमें रेलवे के लोको पायलट, ट्रैफिक और ट्रैकमैन शामिल हैं।इस महामारी को फैलने की चेन को तोड़ने के लिए लाॅकडाउन किया गया है क्योंकि कोई अन्य विकल्प नहीं है।

लाॅकडाउन अवधि में घर पर फ्री समय को कैसे व्यतीत करें।
Time is the School in which we Learn,
Time is the Fire in which we burn. 

1. (आयोजन) योजना बनाएं-
समय का उपयोग बिना योजना कि नहीं किया जा सकता। इसलिए सबसे पहले हमें एक खाका तैयार करना होगा कि हमे हर रोज, सुबह, शाम, अगले दिन, कब, क्या और कैसे करना है।
इन सबका चार्ट भी बना सकते हैं, जो हमें याद दिलाता रहेगा। बिजनेस मैनेजमेंट में टाइम मैनेजमेंट एक विषय इसी योजना पर आधारित होता है।
2. तनाव और मानसिक बोझ को दूर करें-
आज तनाव हमारे जीवन में काफी हद तक बढ़ गया है और सच्चाई यह भी है कि तनाव के बगैर कुछ भी संभव ही नहीं है। तनाव ही वह डर है जिसकी वजह से हम और कार्य समय से और पूरी लगन के साथ निपटाते हैं। लेकिन यदि तनाव अधिक हो जाए तो यह हमें अवसाद डिप्रेशन का मरीज बना देता है। तनाव को दूर करने के लिए हम मेडिटेशन, योग, ध्यान कर सकते हैं। ये तनाव को दूर करने की कारगर पद्धति हैं।
3. ड्राइंग व पेंटिंग करें-
हम फ्री समय में अपने घर के अंदर कुछ क्रिएटिव कार्य करें। ऐसे समय का बेहतर इस्तेमाल कर सकते हैं, हालांकि  पेंटिंग प्रोफेशनल लोग ही बेहतरीन करते हैं, लेकिन हम भी बार बार अभ्यास करके पेंटिंग में महारथ हासिल कर सकते हैं।
4. सोशल मीडिया व इंटरनेट से ज्ञान बढ़ाएं-
खाली समय में मिनट पर अपने सामान्य और विशेष ज्ञान को बढ़ा सकते हैं क्योंकि आज के समय इंटरनेट पर सब कुछ आसानी से उपलब्ध है। जो हमें ज्ञान अर्जित करने में मददगार साबित हो रहा है। इसके अलावा भी हम सोशल मीडिया जैसे इंस्टाग्राम, फेसबुक पर भी कुछ ऐसे लिंक, पेज सब्सक्राइब कर सकते हैं जो ज्ञानवर्धक है। अधिकतर लोग टाइम पास करने के लिए टिकटोक और हेलो एप्प ज्यादा इस्तेमाल करते हैं। वैसे यह भी अपनी प्रतिभा को निखारने का अच्छा जरिया है, अगर सीमित दायरे में रहकर इसका इस्तेमाल किया जाए। 
5. किताबें पढ़े-
फ्री समय को हम किताबें पढ़ने में उपयोग कर सकते हैं। यह किताब हमारी पसंद की हो सकती हैं। जैसे प्रेरणादायक, आध्यात्मिक, शायरी, नोबेल। इनके अलावा हम कुछ ई-मैगजीन का संग्रह करके उसे पढ़ सकते हैं। प्रतिलिपि एप्लीकेशन पर भी हम किताबों को पढ़ सकते हैं। 
किताबे सबसे अच्छा साथी मानी जाती है, क्योंकि एक ही स्थान पर बैठकर जितना ज्ञान हम किताबों से अर्जित कर सकते हैं, इतना हम कहीं और या किसी एक व्यक्ति से नहीं अर्जित कर सकते।
6. अपनी डायरी लिखें- 
बहुत से लोगों को स्कूल टाइम से डायरी लिखने की आदत होती है, मगर वक्त जैसे-जैसे बढ़ता वह इससे दूर हो जाते हैं. आपको बताते चलें, कि डायरी लिखने के अनेकों फायदे हैं. कई बार तो लोग लिखते-लिखते इतने माहिर हो जाते हैं कि किताबें तक लिख देते हैं। हम भी अपना खाली समय डायरी लेखन में लगा सकते हैं। अपने ख़ास पलों को, अपनी तस्वीरों को उसमें कैद कर सकते हैं। हमारे जीवन मे प्रतिदिन होने वाले उतार चढ़ाव से सम्बन्धित यादों को सँजो सके। उस डायरी में हमारे सुख के साथ साथ दुख के भी पल हो। जो हमे एक जोश भरे की हम उन विषम परिस्थितियों में कैसे उभर कर वापस अपने जीवन की पटरी पर आए है। अपने परिवार से सम्बंधित अछे पल को हम उस डायरी में उतारे। कभी कोई हमारी डायरी पढ़े तो उसे पढ़कर हमारे जीवन पर गर्व महसूस हो।
7. कुकिंग और घर की सफाई करे- 
आप कुकिंग भी कर सकते हैं और अपने पसंद की कोई अच्छी डिश बना सकते हैं। कुकिंग करना एक कला है और यह जरुरत पड़ने पर बहुत काम आ सकती है। बैड, सोफा, अलमारी इन सब की जगह बदल सकते हैं। जब हम काफी लम्बे समय से जहाँ रह रहे होते है। अगर हम वहाँ के माहौल में कुछ अलग कर दे तो हमारे मन को अच्छा लगता है। फ्री समय को हम घर की सफाई करने में लगा सकते हैं जैसे हमारे घर की अलमारी, कंप्यूटर टेबल, पूजाघर, घर की लाइब्रेरी। क्योकि साफ़ घर सभी को पसंद आता है। 
8. दफ्तर कार्य और फाइल को व्यवस्थित करें-
हम लोगों में काफी लोग सरकारी या गैर सरकारी संस्थाओं में नौकरी करते हैं। ऑफिस से घर और घर से ऑफिस तक सीमित, कई बार तो छुट्टी वाले दिन भी समय नहीं मिल पाता
इसलिए इन फ्री दिनों में हम अपने लैपटॉप या घर पर रखी फाइलों को मैनेज कर सकते हैं और पिछले लंबित कार्यों का एक ब्यौरा तैयार कर सकते हैं।
9. योग और आसन करें-
योगा और कसरत स्वस्थ रहने के लिए अत्यंत आवश्यक है। इसलिए हमें हर रोज करनी चाहिए। चूंकि हमारे पास इन दिनों काफी समय है तो हम इन दिनों में कुछ अधिक परिश्रम करके अपना वजन संतुलित कर सकते हैं। कोई नया आसन सीखकर उसका अभ्यास कर सकते हैं।
10. दूसरों को फ्री में परामर्श दें-
जो लोग व्यवसायिक हैं, जैसे वकील, डॉक्टर, बैंकर, इंजीनियर। अपने व्यवसायिक क्षेत्र से संबंधित परेशान लोगों को हम सोशल मीडिया, ईमेल और फोन पर फ्री परामर्श दे सकते हैं। 
11. नई भाषा सीखे- 
लगभग तीन-चार भाषाएं हम सब जानते हैं, समझते हैं। फ्री समय में हम इन भाषाओं पर अपनी पकड़ को मजबूत बनाकर अपने संचार कौशल को और अच्छा बना सकते हैं। इसके अलावा भी हम यूट्यूब और कुछ अन्य एप्लीकेशन की मदद से दूसरी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय भाषा सीख सकते हैं। ढेर सारी भाषाएं सीख कर हम भाषाओं के विद्वान बन सकते हैं और ढेर सारी भाषाओं की जानकारी होने से हमारा सेल्फ कॉन्फिडेंस बहुत बढ़ जाता है। क्योंकि बहुत कम लोग ही ऐसे है जिन्हे काफी भाषाओं का ज्ञान होता है। 
12. म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट सीखें- 
शोध के अनुसार ‘जब हम म्यूजिक सुनते हैं, तब हमारे मस्तिक के बहुत से अंग एक्टिव हो जाते हैं। साथ ही जब हम कोई धुन बजाते हैं, तब हमारा पूरा शरीर और मस्तिक एक साथ काम करने लगता हैं। इसलिए हम अपने खाली समय को अपने मन पसंद म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट को बजाने में या सीखने में लगा सकते हैं। इसके लिए आपको कहीं जाने की जरूरत नहीं है, बल्कि आप यूट्यूब से सीख सकते हैं।
13. प्रेरणादायक किताबें पड़े हैं और मूवी देखें-
जीवन मे ज्ञान एक ऐसी चीज हैं। जिसको जितना भी ग्रहण कर ले कम ही है। इसीलिए हमे अच्छे दार्शनिको और सफल व्यक्तियों के जीवन से सम्बंधित किताबो का हमेशा ही अध्ययन करना चाहिए। ताकि हम भी उनकी तरह सफल बन सके। क्योंकि किताब पढ़ने से हमे बहुत कुछ सीखने को मिलता हैं। जिससे हमारे जीवन मे बहुत सारे परिवर्तन आते है। और वो परिवर्तन ऐसे होते है, जो दूसरों के जीवन को भी प्रभावित करते है।
14. टाइपिंग स्पीड बढ़ाए- 
कंप्यूटर या लैपटॉप का इस्तेमाल हम सभी करते हैं, लेकिन अधिकतर लोगों की कंप्यूटर टाइपिंग की स्पीड बहुत धीमी होती है।
अतः इस फ्री समय में हम दिन मे अभ्यास करके अपनी स्पीड को बढ़ा सकते हैं। इससे हम कोई भी डाटा अतिशीघ्र टाइप कर सकेंगे।
15. लिखावट में सुधार- 
कुछ छात्रों और लोगों की हैंडराइटिंग काफी सुंदर होती है, जबकि कुछ की हैंडराइटिंग उतनी अच्छी नहीं होती जितनी होनी चाहिए।  इन दिनों हिंदी व अंग्रेजी दोनो हैंडराइटिंग को पहले से बेहतरीन बना सकते हैं। 
16. नोटस तैयार करें-
छात्रों के लिए काफी अच्छा अवसर है क्योंकि आगामी सत्र की परीक्षा अभी होनी बाकी है। इसलिए इन फ्री दिनों में छात्र अपने सभी विषयों के पाठ्यक्रम के अनुसार नोटस बनाकर तैयारी कर सकते हैं।
17. बागबानी पर ध्यान दें-
शहरो में कुछ लोग बागबानी के शौकीन होते हैं। अक्सर वे अपने घर की छत पर गमलो में काफी सारे फूल और सब्जियां लगाकर रखते हैं। इस खाली समय में उन गमलो के पौधौं की गुड़ाइ और कटाइ व सफाई कर सकते हैं। कुछ गमलौ में मौसमी सब्जी की बुआई कर सकते हैं। 

राहुल कुमार 

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