प्रवक्ता न्यूज़ ज़िन्दगी के अनुभवों से भरी एक अनूठी गुल्लक March 12, 2016 by पियूष द्विवेदी 'भारत' | 5 Comments on ज़िन्दगी के अनुभवों से भरी एक अनूठी गुल्लक पीयूष द्विवेदी आज जब हिंदी में साहित्य का अर्थ निरपवाद रूप से केवल कहानी, कविता और बहुत हुआ तो उपन्यास रचना ही रह गया है, ऐसे में मनीषा श्री की किताब ‘जिंदगी की गुल्लक’ इतना संतोष जरूर देती है कि हिंदी साहित्य के इस बासी से हो रहे माहौल में भी कुछ नया व ताज़ा […] Read more » अनूठी गुल्लक