रामकथा में उर्मिला का चरित्र उपेक्षित क्यों है?
उर्मिला रामकथा की एक ऐसी पात्र हैं, जिनके चरित्र को उसकी संभावनाओं के अनुरूप आवश्यक…
उर्मिला रामकथा की एक ऐसी पात्र हैं, जिनके चरित्र को उसकी संभावनाओं के अनुरूप आवश्यक…
अग्निपरीक्षा रामायण के उन प्रसंगों में से एक है, जहां कथा-नायक राम के चरित्र पर…
विभीषण रामायण के एक ऐसे पात्र हैं, जिनके प्रति लोकमान्यताओं में बहुत द्वंद्व है. समाज…
पीयूष द्विवेदी भारत बीते विधानसभा चुनावों में अगर सबसे ज्यादा कोई मुद्दा चर्चा में रहा…
पीयूष द्विवेदी विश्व के तेल निर्यातक देशों के संगठन ओपेक यानी ऑर्गेनाइजेशन ऑफ द पेट्रोलियम…
मेरी ही तरह और भी तमाम लेखक मित्रों को ये सब सुनना पड़ता होगा, लेकिन उन्हें भी कोई फर्क नहीं पड़ता। लेकिन ऐसी ही प्रतिक्रियाओं से रवीश का जीना मुश्किल हो गया है, तो इसका क्या मतलब समझा जाय ? या तो ये कि उनकी निर्भीकता की सब बातें हवाई हैं अथवा ये कि वे डरने का बहुत अच्छा अभिनय कर रहे हैं। बिलकुल वैसा ही ‘अच्छा अभिनय’ जैसा रवीश की रिपोर्ट में करते थे। सच क्या है, रवीश ही जानें। हाँ, सोए हुए को जगाया जा सकता है, सोने का अभिनय करने वाले को नहीं। पत्रकारिता के छात्रों से भी कहना चाहूँगा कि चयन का अधिकार आपको है, लेकिन अपना पत्रकारीय आदर्श चुनने से पहले महान निर्भीक पत्रकारों की विरासत और अपने वर्तमान चयन की तुलना कर लीजिएगा।
पीयूष द्विवेदी आज जब हिंदी में साहित्य का अर्थ निरपवाद रूप से केवल कहानी, कविता…
पियूष द्विवेदी देश के मौजूदा हालात बेहद उथल-पुथल भरे हैं. देश की राजधानी दिल्ली में…
पीयूष द्विवेदी विगत दिनों हिन्दू महासभा के नेता कमलेश तिवारी ने पैगम्बर मोहम्मद के बारे…
पीयूष द्विवेदी आखिरकार महीनों के राजनीतिक जोड़-तोड़, आरोप-प्रत्यारोप और सभी प्रतिस्पर्धी राजनीतिक दलों की भाषणबाजी…
पीयूष द्विवेदी विगत दिनों योगेन्द्र यादव और प्रशान्त भूषण की एक प्रेस कांफ्रेंस में ऑनलाइन…
पीयूष द्विवेदी कहावत है कि घर की मुर्गी दाल बराबर; लेकिन इन दिनों दाल की…