जन-जागरण विविधा अलविदा – 15 और सुस्वागतम- 16 December 30, 2015 by मृत्युंजय दीक्षित | Leave a Comment उम्मीदों और आशाओं का दीप जलाता एक वर्ष बीत रहा है। हर वर्ष के अंतिम दिनों में समाज के सभी वर्गों के लोग अपना वार्षिक लेखा- जोखा याद करते हैं और अगले वर्ष का कैंलेंडर तैयार करते हैं । समाज के सभी लोग पिछले वर्षों में जो कमी रह जाती है उसे नये आगामी वर्ष […] Read more » अलविदा - 15 सुस्वागतम- 16