कविता आत्मा और परमात्मा अनादि है May 25, 2021 by विनय कुमार'विनायक' | Leave a Comment —विनय कुमार विनायकआत्मा और परमात्मा अनादि हैहर आत्मा परमात्मा का पारद साखंडित अंश है जिसका लक्ष्य हैपरमात्मा में समाहित हो जाना! आत्मा अनेकबार जन्म-मृत्यु से गुजरी हैजीवात्मा की दुश्मनी और रिश्तेदारी भीपूर्व जन्मों से निर्धारित, सुनियोजित होती! आत्मा की जन्म अवस्था लक्षित है,जो शरीरी इन्द्रियों द्वारा है दृष्टिगोचर,परन्तु आत्मा की मृत्यु से जन्म केबीच की […] Read more » आत्मा और परमात्मा अनादि है