साहित्य कहो कौन्तेय-८५ December 26, 2011 / December 26, 2011 by विपिन किशोर सिन्हा | Leave a Comment विपिन किशोरे सिन्हा कर्ण के लिए अर्जुन का अन्तिम प्रश्न मेरी अनकही अभिव्यक्ति को कर्ण बूझ गया, ऐसा मुझे लगा। सूर्यपुत्र कर्ण से अपने वार्त्तालाप के उद्देश्य को संप्रेषित करते हुए मैंने कहा – “मृत्युंजय! तुम्हारे जीवन के एक सबसे महत्त्वपूर्ण सत्य से आवरण हटाने के लिए मैंने इस निर्जन स्थान का चयन किया है। […] Read more » episodes of mahabharta Kaho Kauntey कर्ण के लिए अर्जुन का अन्तिम प्रश्न कहो कौन्तेय