धर्म-अध्यात्म सभी चार आश्रमों में श्रेष्ठ व ज्येष्ठ गृहस्थाश्रम September 11, 2015 / September 11, 2015 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment वैदिक जीवन चार आश्रम और चार वर्णों पर केन्द्रित व्यवस्था व प्रणाली है। ब्रह्मचर्य, गृहस्थ, वानप्रस्थ और संन्यास यह चार आश्रम हैं और शूद्र, वैश्य, क्षत्रिय और ब्राह्मण यह चार वर्ण कहलाते हैं। जन्म के समय सभी बच्चे शूद्र पैदा होते हैं। गुरूकुल व विद्यालय में अध्ययन कर उनके जैसे गुण-कर्म-स्वभाव व योग्यता होती है […] Read more » Featured गृहस्थाश्रम सभी चार आश्रमों में श्रेष्ठ व ज्येष्ठ