राजनीति घी गेहूँ नहीं रोज़गार चाहिए साहब January 28, 2017 by डॉ नीलम महेन्द्रा | Leave a Comment भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है और चुनाव किसी भी लोकतंत्र का महापर्व होते हैं ऐसा कहा जाता है। पता नहीं यह गर्व का विषय है या फिर विश्लेषण का कि हमारे देश में इन महापर्वों का आयोजन लगा ही रहता है । कभी लोकसभा कभी विधानसभा तो कभी नगरपालिका के चुनाव। लेकिन अफसोस […] Read more » Featured manifesto of election घी गेहूँ नहीं चाहिए घी गेहूँ नहीं रोज़गार चाहिए साहब राजनैतिक दलों के चुनावी मैनाफेस्टो रोज़गार चाहिए