धर्म-अध्यात्म विविधा जीव कर्म करने में स्वतन्त्र और फल भोगने में ईश्वराधीन है May 5, 2015 / May 5, 2015 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment –मनमोहन कुमार आर्य– यदि वेद न होते तो संसार के मनुष्यों को यह कदापि ज्ञान न होता कि मनुष्य कौन व क्या है? यह संसार क्यों, कब व किससे बना, मनुष्य जीवन का उद्देश्य क्या है और उस उद्देश्य की प्राप्ति के साधन क्या-क्या हैं? वेद एक प्रकार से कर्तव्य शास्त्र के ग्रन्थ हैं जो […] Read more » Featured जीव कर्म करने में स्वतन्त्र और फल भोगने में ईश्वराधीन है जीवन कर्म वेद