कविता तुम सीधे हो सच्चे हो मगर उनकी नजर में अच्छे नहीं हो October 21, 2021 / October 21, 2021 by विनय कुमार'विनायक' | Leave a Comment —विनय कुमार विनायकतुम सीधे हो सच्चे होमगर उनकी नजर में अच्छे नहीं होक्योंकि तुम उनकी विरादरी के नहीं हो! वो बातें करते हैं हमेशावसुधा भर लोगों के मानवाधिकार कीपर परे होते हैं पड़ोसी के दुख दर्द से! उन्हें तुम्हारी उपस्थिति भीतथाकथित उनकी दुनिया में पसंद नहीं! उनकी धर्मपोथी के अनुसारतुम उनके चिन्हित जानी दुश्मन हो! […] Read more » You are straight but you are not good in their eyes तुम सीधे हो सच्चे हो मगर उनकी नजर में अच्छे नहीं हो