विविधा दशहरे का विरोध: विदेशी शक्तियों की नई चाल September 29, 2017 by प्रवीण गुगनानी | Leave a Comment प्रसिद्द साहित्यकार हजारी प्रसाद द्विवेदी ने एक प्रख्यात निबंध लिखा है – “नाखून क्यों बढ़ते हैं”. प्रस्तुत संदर्भ में यह निबंध नितांत प्रासंगिक है. वस्तुतः नाखून हमारी बर्बरता, बुराई व दुर्गुणों का प्रतीक हैं जिनका समय समय पर बढ़ना मानवीय प्रक्रिया है और इन दुर्गुणों का नाश अर्थात नाखून काट लेना ही हममे सद्गुणों […] Read more » Featured जनजातीय बहुल क्षेत्रों में दशहरे पर रावण का पुतला जलाने के तथाकथित विरोध दशहरे दशहरे का विरोध दशहरे पर रावण का पुतला जलाने के तथाकथित विरोध रावण का पुतला जलाने के विरोध