मनोरंजन कलाकारों पर कहर, कलाएं गई ठहर- June 10, 2020 / June 10, 2020 by डॉ. सत्यवान सौरभ | Leave a Comment डॉo सत्यवान सौरभ, आधुनिक परिवेश में सांस्कृतिक मूल्यों को सहेजने का यदि कोई कार्य कर रहा है तो वह कलाकार ही हैं| मनुष्य को मनुष्यता का पाठ पढ़ाने वाली शिक्षा, जिसमें त्याग, बलिदान और अनुशासन के आदर्श निहित हैं, यदि कहीं संरक्षित है तो वह मात्र लोक कलाओं में ही है| लेकिन कोरोना महामारी के कारण […] Read more » ओट्टन थुलाल कठपुतली नृत्य करियाला ख्याल चौबोला जवाबी कीर्तन जात्रा ढोला तमाशा तेरुक्कुट्टू दशावतार नाचा नौटंकी भाम कलापम म्यूजिशियन यक्षगान रम्मान रासलीला लोक कलाकार लोकगायन लोकनाट्य यथा रामलीला लोकनृत्य वादन साउंड सिस्टम आपरेटर और टैंट हाउस वाले स्वांग
विविधा दशावतार कथा और विकासवाद July 21, 2014 by अनिल गुप्ता | Leave a Comment -अनिल गुप्ता- हर देश की अपनी विशिष्टता होती है. भारत की विशिष्टता धर्म है. इसी कारण से हमारे प्राचीन ग्रंथों में प्रत्येक विषय धर्म के आवरण में ही लिखा गया है. हमारा प्राचीन इतिहास भी धार्मिक आख्यानों के रूप में ही उपलब्ध है.सामान्यतया हम अपने प्राचीन ग्रंथो को केवल धार्मिक ग्रन्थ मानकर उनमें छुपे महत्वपूर्ण […] Read more » दशावतार दशावतार कथा विकासवाद