धर्म-अध्यात्म जीवात्मा के बन्धन और मोक्ष पर ऋषि दयानन्द के तर्क व युक्तिसंगत विचार April 11, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment -मनमोहन कुमार आर्य संसार में हम एक सामान्य नियम देखते हैं कि यहां अच्छे काम करने वाले को सम्मानित किया जाता है और बुरे काम करने वालों को दण्डित किया जाता है। मनुष्य जीवन में आत्मा यदि अच्छे काम करती है तो परमात्मा की ओर से उसको उसके अच्छे कर्मों के फल के रूप में […] Read more » Featured आकर्षण इच्छा उत्साह क्रिया गति गन्धग्रहण दर्शन द्वेष निश्चय पराक्रम प्रेम प्रेरणा बल भीषण विभाग विभाजक विवेचन श्रवण संयोग...!! संयोजक संसार स्पर्शन स्मरण स्वादन
विविधा पहल में ही ‘हल’ छिपा होता है June 9, 2011 / December 11, 2011 by चैतन्य प्रकाश | Leave a Comment चैतन्य प्रकाश क्या आपने कभी छलांग भरी है? गङ्ढे, खाई, नाले, दीवार से या यों ही मैदान में छलांग भरते हुए चलना वाकई एक रोमांचक अनुभव होता है। कुलांचे भरते हुए हिरणों के बच्चे कितने आकर्षक लगते हैं। छोटे बच्चे का पांव उठाकर चलना स्वावलंबन और संतुष्टि के एकात्म अनुभव की प्राथमिक मिसाल है। सचमुच […] Read more » Inspiration पहल प्रेरणा