कला-संस्कृति विविधा भारतीय संस्कृति शास्वत है November 30, 2015 by डा. राधेश्याम द्विवेदी | Leave a Comment डा. राधेश्याम द्विवेदी विश्व की सर्वोत्तम बातें, ज्ञान, विचार चिन्तन और आचरणों को जानना , विचार करना, चिन्तन करना तथा अपने जीवन का अंग बनाना ही संस्कृति होती है । इससे शारीरिक,मानसिक वैचारिक एवं अध्यात्मिक शक्तियों का अर्जन, प्रशिक्षण, दृढीकरण , उन्नयन और विकास होता है । मन आचार आचार और रूचियां परिष्कृत होती हैं […] Read more » Featured भारतीय संस्कृति भारतीय संस्कृति शास्वत है