विविधा समाज महर्षि दयानन्द कैसी समता चाहते थे? March 8, 2016 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment महर्षि दयानन्द सामाजिक समता के परमोपासक थे। उन्होंने सामाजिक असमता के लिए भिन्न-भिन्न मतों के प्राबल्य को उत्तरदायी माना। इसलिए वह विभिन्न मतों को समाप्त करके देश में एक मत = ‘वेदमत’ की स्थापना के स्पष्ट पक्षधर थे। उन्होंने लिखा–‘‘उस समय सर्व भूगोल में एक मत था। उसी में सबकी निष्ठा थी और सब एक […] Read more » Featured महर्षि दयानन्द कैसी समता चाहते थे? महर्षि दयानन्द समता चाहते थे