विविधा गांधीवाद की परिकल्पना-9 April 24, 2017 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्य महात्मा की अपेक्षाएं महात्मा तो वह होता है जिसकी आत्मा संसार के महत्व को समझकर विषमताओं, प्रतिकूलताओं और आवेश के क्षणों में भी जनसाधारण के प्रति असमानता का व्यवहार न करते हुए समभाव का ही प्रदर्शन करती है, किंतु जिसका व्यवहार हठीला हो, दुराग्रही हो, सच को सच न कह सकता हो, […] Read more » Featured गाँधीजी गाँधीवाद देश विभाजन मानवीय मूल्य