कविता साहित्य मेरी मां की डायरी October 30, 2016 by बीनू भटनागर | Leave a Comment मेरी मां लिखा करती थी, रोज़ डायरी का इक पन्ना, ये सिलसिला कब शुरू हुआ, कैसे शुरू हुआ ये तो याद नहीं, पर तब तलक चलाता रहा.. जब तक होशो हवास थे। कितने साल तक लिखा ,क्या लिखा, ये तो पता नहीं, पर कुछ किस्से, कहानी और कविता सुना देतीं वो खुद ही कभी कभी। […] Read more » मेरी मां की डायरी