विविधा विश्वगुरू के रूप में भारत-46 October 10, 2017 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्य  जो जन अज्ञानवश हमसे वैर करता है या किसी प्रकार का द्वेष भाव रखता है, और जिससे हम स्वयं किसी प्रकार का वैर या द्वेषभाव रखते हैं-उस वैर भाव को हम आपके न्याय रूपी जबड़े में रखते हैं। जबड़े की यह विशेषता होती है कि जो कुछ उसके नीचे आ जाता […] Read more » कमीशन की राजनीति India India as world leader ईश्वर की न्याय-व्यवस्था भारत भारतीय राज्य व्यवस्था राजा राजा और राजनीति विश्वगुरू
विविधा विश्वगुरू के रूप में भारत-45 October 10, 2017 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्य   इस मंत्र के पश्चात ‘अघमर्षण मंत्र’ आते हैं। इनमें ईश्वर की सृष्टि रचना का चिंतन किया जाता है, अर्थात हम और भी गहराई में उतर जाते हैं। जिस आनंद की अभी तक झलकियां मिल रही थीं, हम उन्हें पकड़ते हैं और कुछ अबूझ पहेलियों के उत्तर खोजने लगते हैं। पहला […] Read more » कमीशन की राजनीति India India as world leader ईश्वर की न्याय-व्यवस्था भारत भारतीय राज्य व्यवस्था राजा राजा और राजनीति विश्वगुरू
विविधा विश्वगुरू के रूप में भारत-33 September 26, 2017 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्य  राजा और राजनीति को भारत में ईश्वर की न्याय-व्यवस्था को सुचारू रूप से जारी रखने के लिए स्थापित किया गया। अत: राजा और राजनीति का धर्म यह बताया गया कि तुम ऐसी राज्य व्यवस्था बनाओ जिससे लोगों में ‘पाप’ के प्रति घृणा और पुण्य के प्रति लगाव या आकर्षण उत्पन्न हो […] Read more » कमीशन की राजनीति Featured ईश्वर की न्याय-व्यवस्था भारतीय राज्य व्यवस्था राजा राजा और राजनीति