कविता कोई भी कृति राम चरित्र की पूर्णाहुति नहीं है February 23, 2021 / February 23, 2021 by विनय कुमार'विनायक' | Leave a Comment —विनय कुमार विनायककोई भी कृति राम चरित्र की पूर्णाहुति नहीं है,वाल्मीकि के पूर्व रामकथा लौकिक आस्था थी! नारद की मौलिक पत्रकारिता को वाल्मीकि नेरामायण नाम से काव्यात्मक अभिव्यक्ति की! आगे कालिदास, भवभूति, तुलसी लेखनी चली,किन्तु राम की महिमा अब भी बहुत अनकही! रामचरित्र पर एक आक्षेप है शूद्रहन्ता होने का,कितना झूठ, कितना कल्पित, कितना है […] Read more » No work is full of Ram Charitra राम चरित्र
कविता राम चरित्र में सभी धर्मों का सार January 12, 2021 / January 12, 2021 by विनय कुमार'विनायक' | Leave a Comment —विनय कुमार विनायकराम नहीं तो हम नहींराम ईश्वर से कम नहीं!राम नाम के जपने सेहोती जीवन नैया पार,राम हैं ईश्वर के अवतार! राम हैं तो गम नहींराम ईश्वरीय रुप सहीईश्वर में जितना गुण हैसब राम ने किया साकार,राम नाम से चल रहा संसार! राम तबसे जबसे महीराम का रामत्व वहीजैसे होते हैं भगवानराम को मानवता […] Read more » राम चरित्र