मनोरंजन लेख सिनेमा रूपहले पर्दे को दरकार है सुधार की तभी इसका स्वर्ण युग वापस लौट सकता है . . . May 30, 2022 / May 30, 2022 by लिमटी खरे | Leave a Comment सत्तर और अस्सी के दशक तक बंबई का जादू लोगों के सर चढ़कर बोलता था, क्योंकि बंबई वह स्थान था जहां रूपहले पर्दे पर दिखाई देने वाली फिल्मों का निर्माण होता था। उस दौर में हिन्दी में मायापुरी, अंग्रेजी में द सन जैसी पत्रिकाएं वालीवुड की गासिप्स से भरे हुआ करते थे। इन पत्रिकाओं को लोग हाथों […] Read more » रूपहले पर्दे को दरकार है सुधार