आर्थिकी लाचार अर्थव्यवस्था का दुष्परिणाम है बढ़ी मंहगार्इ September 18, 2012 / September 18, 2012 by प्रमोद भार्गव | 1 Comment on लाचार अर्थव्यवस्था का दुष्परिणाम है बढ़ी मंहगार्इ प्रमोद भार्गव विकास और आर्थिक सुधार के जिस नव उदारवादी पशिचमी दर्शन का महिमामंडन करने से हम अघाया नहीं करते थे, उसके दुष्परिणामों में दो चीजें साफ दिखार्इ दे रही हैं, एक अथव्यवस्था कि लाचारी और दूसरी लगातार बढ़ती मंहगार्इ। सरकार ने जो डीजल पर प्रति लीटर पांच रुपये और घरेलू गैस सैलेण्डरों की संख्या […] Read more » बढ़ी मंहगार्इ लाचार अर्थव्यवस्था