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कम्युनिज्म का अन्तर्द्वन्द्व, विरोधाभास और विफलता-१

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विपिन किशोर सिन्हा शोषणविहीन और समतामूलक समाज के सपने के साथ शुरू हुआ कार्ल मार्क्‍स प्रणीत कम्‍युनिज्‍म जल्‍द ही पूरी दुनिया में फैल गया। युवाओं में इसके प्रति विशेष आकर्षण रहा। रूस, चीन, भारत समेत अनेक देशों  में इसका प्रभाव समाज जीवन के सभी क्षेत्रों यथा – शिक्षा, ट्रेड यूनियन, पत्रकारिता, साहित्‍य, कला, रंगमंच आदि- […]

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