राजनीति प्रधानमंत्री नें जन-मन को अभिब्यक्त किया है April 9, 2015 / April 11, 2015 by वीरेंदर परिहार | 1 Comment on प्रधानमंत्री नें जन-मन को अभिब्यक्त किया है प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोंदी नें गत दिनों न्यायाधीशों और मुख्यमंत्रियों के सम्मेंलन में न्यायपालिका के लिये स्पष्ट और बेबाक बातें बहुत ही सलीके से कहीं। प्रधानमंत्री नें कानूनीं प्रक्रिया में बड़े बदलावों के जरूरत पर बल दिया । पेचीदा कानूनों को हटानें पर जोर दिया । प्रधानमंत्री का कहना था कि जजों के ऊपर बहुत बड़ी […] Read more » Featured नरेन्द्र मोंदी न्यायपालिका प्रधानमंत्री प्रधानमंत्री नें जन-मन को अभिब्यक्त किया है वीरेन्द्र सिंह परिहार
कला-संस्कृति विविधा आर्य बनाम द्रविण April 3, 2015 / April 4, 2015 by वीरेंदर परिहार | 5 Comments on आर्य बनाम द्रविण बहुत दिनों तक निष्पक्ष यूरोपीय विद्वान संस्कृति को लैटिन, ग्रीक आदि सभी भाषाओं की जननी मानते थे। मैक्समूलर ने एक विशेष योजना के तहत कहा कि संस्कृत, लेैटिन ग्रीक आदि भाषाए बहनें हैं और इन भाषाओं की जननी प्राचीन भाषा थी, जिस उसने आर्य भाषा कहा। आगे रायल एशियाटिक सोसाइटी की अप्रैल 1866 को हुई […] Read more » arya vs dravin language aryan vs dravin civilisation Featured आर्य बनाम द्रविण वीरेन्द्र सिंह परिहार