लेख साहित्य संपूर्ण भारत कभी गुलाम नही रहा Part 11 July 15, 2016 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment अकबर की बहुत सी विजयों के उपरांत भी महाराणा प्रताप महान हैं राकेश कुमार आर्य , अकबर का महिमामंडन उचित नही अब हम अकबर पर पुन: चर्चा करते हैं। अकबर चित्तौड़ को लेने में सफल हो गया और हमारे इतिहासकारों द्वारा उसे महान होने का गौरव भी दे दिया गया। हम उसे प्रचलित इतिहास में […] Read more » Featured अकबर खान बाबा का अंत बैरम खां महाराणा प्रताप महान संपूर्ण भारत कभी गुलाम नही रहा : छल प्रपंचों की कथा
लेख साहित्य संपूर्ण भारत कभी गुलाम नही रहा (Part 7) June 19, 2016 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment हम रहे हैं मोक्ष और लोक की स्वतंत्रता के सनातन साधक राकेश कुमार आर्य इतिहासकार कानूनगो का कथन इतिहासकार कानूनगो ने शेरशाह के विषय में लिखा है –“ऐतिहासिक दस्तावेजों की कमी के उपरांत जो कुछ सामग्री उपलब्ध है वह यह बात स्पष्ट कर देती है कि अकबर और उसके उत्तराधिकारियों के साम्राज्य जिन विचारों पर […] Read more » Featured भारत शेरशाह संपूर्ण भारत कभी गुलाम नही रहा : छल प्रपंचों की कथा
लेख साहित्य संपूर्ण भारत कभी गुलाम नही रहा (Part 5) June 16, 2016 / June 18, 2016 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment शेरशाह के काल में राजा पूरनमल और मालदेव ने जारी रखा स्वातंत्र्य समर राकेश कुमार आर्य बाबर की पंथनिरपेक्षता कुछ प्रगतिशील लेखकों ने बाबर को साम्प्रदायिक सदभाव के सृजक के रूप में प्रस्तुत किया है। इतिहास पुस्तकों में अंतिम समय में बाबर द्वारा अपने पुत्र हुमायूं को दी गयी यह शिक्षा बार-बार दोहरायी जाती है […] Read more » जोधपुर नरेश मालदेव शेरशाह सूरी संपूर्ण भारत कभी गुलाम नही रहा : छल प्रपंचों की कथा
लेख साहित्य संपूर्ण भारत कभी गुलाम नही रहा (Part 4) June 15, 2016 / June 18, 2016 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment भारत से भागा हुआ हुमायूं परिस्थितिवश पुन: लौट आया राकेश कुमार आर्य हुमायूं के प्रति हमारे शासकों का प्रमाद प्रदर्शन यह हमारी दुर्बलता या ‘सदगुण विकृति’ का ही एक उदाहरण है कि जब हुमायूं इस देश से उसी के मजहबी भाइयों के द्वारा निकाल दिया गया था और वह इधर-उधर भटक-भटक कर समय व्यतीत कर […] Read more » राजा मालदेव संपूर्ण भारत कभी गुलाम नही रहा : छल प्रपंचों की कथा हुमायूं
लेख साहित्य संपूर्ण भारत कभी गुलाम नही रहा (Part 3) June 13, 2016 / June 18, 2016 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment बाबर के पश्चात हुमायूं को भी नही मिला हिंदुओं का सम्मान राकेश कुमार आर्य क्षत्रिय जातियों का मूल उद्गम एक ही है ‘पंजाब कास्ट्स’ में सर इबट्सन ने लिखा है-‘‘गूजर पंजाब की सबसे बड़ी आठ जातियों में से एक है। ऊंची जातियों में केवल जाट, राजपूत, पठान, आर्य एवं ब्राह्मण तथा नीची जातियों चमार तथा […] Read more » babar Featured Humayun भारत संपूर्ण भारत कभी गुलाम नही रहा : छल प्रपंचों की कथा
लेख साहित्य संपूर्ण भारत कभी गुलाम नही रहा (Part 2) June 10, 2016 / June 18, 2016 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment राकेश कुमार आर्य उन पूर्वजों को करें ‘नमस्ते’ जो हमें बना गये उजालों का सम्राट राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त का ओज राष्ट्रकवि मैथिलीशरण गुप्त अपनी कविता ‘उद्बोधन’ में लिखते हैं :- ‘‘हम हिंदुओं के सामने आदर्श जैसे प्राप्त हैं- संसार में किस जाति को किस ठौर वैसे प्राप्त हं? भव सिन्धु में निज पूर्वजों की रीति […] Read more » entire india never remained slave Featured गुलाम संपूर्ण भारत संपूर्ण भारत कभी गुलाम नही रहा : छल प्रपंचों की कथा
विविधा संपूर्ण भारत कभी गुलाम नही रहा: छल प्रपंचों की कथा-भाग (4) July 18, 2013 / July 19, 2013 by राकेश कुमार आर्य | 4 Comments on संपूर्ण भारत कभी गुलाम नही रहा: छल प्रपंचों की कथा-भाग (4) गुजरात और कठियावाड़ के राज्य गुजरात और काठियावाड़ के कई राजवंश प्रारंभ में कभी राष्ट्रकूटों के तो कभी गुर्जर प्रतिहारों के सामन्त रहे थे। परंतु राष्ट्रकूटों तथा गुर्जर प्रतिहार वंश के दुर्बल हो जाने पर वहां भी कई स्वतंत्र राज्य वंशों ने शासन करना आरंभ कर दिया था। इनमें अनहिलपाटक का चौलुक्य राज्य और […] Read more » संपूर्ण भारत कभी गुलाम नही रहा : छल प्रपंचों की कथा
हिंद स्वराज संपूर्ण भारत कभी गुलाम नही रहा: छल प्रपंचों की कथा-भाग (3) July 12, 2013 / July 19, 2013 by राकेश कुमार आर्य | Leave a Comment हिंदू शक्ति के बिखराव के इस काल को यद्यपि हम अच्छा नही मानते पर फिर भी इस काल में विदेशी ‘संस्कृति नाशक’ इस्लामिक आक्रांताओं को देश में न घुसने देने का ‘राष्ट्रीय संकल्प’ तो अवश्य जीवित था। इसी संकल्प ने सदियों तक देश की हस्ती नही मिटने दी, और देश की हर प्रकार से रक्षा […] Read more » संपूर्ण भारत कभी गुलाम नही रहा : छल प्रपंचों की कथा
जरूर पढ़ें विविधा संपूर्ण भारत कभी गुलाम नही रहा: छल प्रपंचों की कथा-भाग (2) July 10, 2013 / July 19, 2013 by राकेश कुमार आर्य | 1 Comment on संपूर्ण भारत कभी गुलाम नही रहा: छल प्रपंचों की कथा-भाग (2) स्वामी विवेकानंद और योगी अरविंद का मत रहा है कि भारत की शिक्षा का प्रमुख उद्देश्य अपने देश की विरासत की आध्यात्मिक महानता पर बल देना और उसे बनाए रखने के लिए हमारे दायित्व के निर्वाह पर बल देना होना चाहिए, जिससे हम विश्व को प्रकाश का मार्ग दिखा सकें। यदि आध्यात्मिकता भारत से लुप्त […] Read more » संपूर्ण भारत कभी गुलाम नही रहा : छल प्रपंचों की कथा
जरूर पढ़ें संपूर्ण भारत कभी गुलाम नही रहा : छल प्रपंचों की कथा June 29, 2013 by राकेश कुमार आर्य | 23 Comments on संपूर्ण भारत कभी गुलाम नही रहा : छल प्रपंचों की कथा मुझे बड़ा अटपटा लगता है जब कोई व्यक्ति-ये कहता है कि भारत वर्ष 1300 वर्ष पराधीन रहा। कोई इस काल को एक हजार वर्ष कहता है, तो कोई नौ सौ या आठ सौ वर्ष कहता है। जब इसी बात को कोई नेता, कोई बुद्धिजीवी, प्रवचनकार या उपदेशक कहता है तो मेरी यह अटपटाहट छंटपटाहट में […] Read more » संपूर्ण भारत कभी गुलाम नही रहा : छल प्रपंचों की कथा