आर्थिकी 60 साल की संसद, सड़ता अनाज और भूखे लोग May 15, 2012 / May 15, 2012 by हिमकर श्याम | 3 Comments on 60 साल की संसद, सड़ता अनाज और भूखे लोग हिमकर श्याम भारतीय संसद 60 साल की हो गयी है। हमारे पास गर्व करने के लिए बहुत कुछ है तो भविष्य को लेकर चिंताएं भी कम नहीं है। परिस्थितियां विकट हैं, और संकटमय हैं। राजनीतिक व्यवस्था चरमरायी हुई दिखाई देती है। पिछले दशकों में इस व्यवस्था में जो भयावह विसंगति पैदा हुई है उसने देश […] Read more » 60 साल की संसद poverty भूखे लोग सड़ता अनाज
विविधा देश में ‘सड़ता अनाज’ भूखे पेट पर लात July 24, 2010 / December 23, 2011 by प्रवक्ता ब्यूरो | 3 Comments on देश में ‘सड़ता अनाज’ भूखे पेट पर लात -अंजू सिंह ‘दो साले पहले दुनिया के सबसे ताकतवर और प्रभावशाली देश अमेरिका के राष्ट्रपति ने दुनिया में होती अनाज की कमी पर कहा था कि ‘हमें अनाज की किल्लत इसलिए हो रही है क्योंकि भारत का मधयम वर्ग सम्पन्न हो रहा है।’ ये बयान सच भी है क्योंकि भारत की 52 से 55 प्रतिशत […] Read more » Rotten grain सड़ता अनाज