विविधा तीसरी दुनिया बनाम साम्राज्यवाद का चरागाह February 9, 2011 / December 15, 2011 by श्रीराम तिवारी | 1 Comment on तीसरी दुनिया बनाम साम्राज्यवाद का चरागाह श्रीराम तिवारी विगत दिनों मुंबई पोर्ट से दो समाचार एक जैसे आये. एक -विदेशी आयातित प्याज बंदरगाहों पर सड़ रही थी . कोई महकमा या सरकार सुध लेने को तैयार नहीं ;परिणामस्वरूप देश में निम्नआय वर्ग की थाली से प्याज लगभग गायब ही हो चुकी थी. दूसरा समाचार ये था कि पश्चिमी विकसित राष्ट्रों का […] Read more » Imperialism साम्राज्यवाद
विश्ववार्ता साम्राज्यवाद और भूमंडलीकरण February 19, 2010 / December 24, 2011 by जगदीश्वर चतुर्वेदी | Leave a Comment भूमंडलीकरण एक विश्वव्यापी संवृत्ति है। इसका साम्राज्यवाद से गहरा सम्बन्ध है। यह नव- औपनिवेशिक शोषण और प्रभुत्व का प्रभावी अस्त्र है। इसके प्रचारक-प्रसारक हैं भूमंडलीय जनमाध्यम और बहुराष्ट्रीय शस्त्र निर्माता कम्पनियां एवं बहुराष्ट्रीय वित्तीय कम्पनियां। द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद समूची दुनिया पर साम्राज्यवाद की पकड ढ़ीली पड़ी थी। अधिकांश गुलाम देश आजाद हुए। साम्राज्यवाद के […] Read more » Globalization भूमंडलीकरण साम्राज्यवाद