कविता सीता की व्यथा April 23, 2014 by प्रवक्ता.कॉम ब्यूरो | Leave a Comment -महेश कुमार शर्मा- जो अतीत की भूलों से कुछ सीख न ले पाते हैं। उनके मालिक राम, नहीं किंचित सुख दे पाते हैं। निर्वासित कर मुझे राम ने, कितना सुख पाया है। पूछो धोबी से उसने क्यों अपयश लाभ कमाया है। किन्तु न मैंने रेख लांघकर अवसर अगर दिया होता। उपजी ही होती क्यों शंका […] Read more » poem seeta कविता सीता सीता की व्यथा