महिला-जगत समाज विलम्ब से विवाह वरदान या अभिशाप ? July 25, 2018 / July 25, 2018 by शालिनी तिवारी | Leave a Comment शालिनी तिवारी विवाह की अवधारणा: वि+वाह; यानी विशेष उत्तरदायित्व का निर्वहन करना. सनातन धर्म में विवाह को सोलह संस्कारों में से एक अहम् संस्कार माना गया है. पाणिग्रहण संस्कार को ही हम आम बोलचाल की भाषा में विवाह संस्कार के नाम से जानते हैं. वैदिक मान्यताओं के अनुसार, व्यक्ति के समस्त कालखंडों को चार भागों […] Read more » Featured दैव विवाह धर्म पैशाच विवाह: प्रजापत्य विवाह ब्रह्म विवाह मातृभाषा विलम्ब से विवाह वरदान या अभिशाप ? विवाह सभ्यता संस्कार संस्कारों संस्कृति स्त्री या पुरुष