धर्म-अध्यात्म “शरीर से ही नहीं, गुण-कर्म-स्वभाव से भी हमें मनुष्य बनना है” June 22, 2018 / June 22, 2018 by मनमोहन आर्य | Leave a Comment मनमोहन कुमार आर्य, जिस किसी प्राणी के पास दो हाथ, दो पैर और मनुष्याकृति होने सहित मन, बुद्धि आदि ज्ञानियों, योगियों व ऋषियों के समान हो, उसे वास्वविक व आदर्श मनुष्य कहते हैं। मनुष्याकृति वाले सभी प्राणी मनुष्य अवश्य हैं परन्तु वह आकृति से ही मनुष्य हैं। आकृति के आधार पर उन्हें उत्तम व आदर्श […] Read more » “शरीर से ही नहीं Featured ऋषि दयानन्द गुण-कर्म- बुद्धि आदि ज्ञानियों मन योगियों व ऋषियों स्वभाव से भी हमें मनुष्य बनना है” स्वामी विरजानन्द सरस्वती जी की पुण्य तिथि