विविधा हरिवंश बाबा June 23, 2015 by विपिन किशोर सिन्हा | 2 Comments on हरिवंश बाबा (एक संस्मरण) हरिवंश बाबा मेरे अपने बाबा के परम मित्र थे। मेरे बाबा को मेरे बाबूजी के रूप में एक ही संतान थी; हरिवंश बाबा के कोई संतान नहीं थी। इसलिए वे मेरे बाबूजी को बहुत प्यार करते थे। मेरे बाबूजी जब इंटर में थे, तभी मेरे बाबा का देहान्त हो गया। मैंने अपने बाबा […] Read more » Featured हरिवंश बाबा