व्यंग्य हाजमोला खाओ, मौज मनाओ November 24, 2014 by अशोक गौतम | Leave a Comment घर में अकेला था सो दरवाजे पर दस्तक हुई तो मैंने दफ्तर न जाने का पक्का मूड बनाए सोफे पर पसरे- पसरे ही पूछा, ‘कौन?’ ’ रामबोला!‘ ‘ ताजी- ताजी टीवी पर इबोला की खबर सनसनी फैला रही थी सो सहमता पूछ बैठा,‘ इबोला??’ ‘नहीं साहब! रामबोला!’ ‘कौन रामबोला?’ ‘ रामबोला बोले तो तुलसीदास!’ […] Read more » मौज मनाओ हाजमोला खाओ