राजनीति सहशिक्षा बन्द खिड़कियां खोलने की सार्थक दिशा September 2, 2021 / September 2, 2021 by ललित गर्ग | Leave a Comment -ललित गर्ग – जमीयत उलेमा-ए-हिंद के सदर अरशद मदनी का एक विरोधाभासी बयान चर्चा में हैं। उनका यह बयान कि लड़कियों और लड़कों की शिक्षा अलग-अलग होनी चाहिए, एक प्रतिगामी विचार तो है ही, भारतीय संविधान की मूल भावना के भी खिलाफ है। जब हम नया भारत, सशक्त भारत बनाने की ओर अग्रसर हो रहे […] Read more » arshad madni Meaningful direction to open the closed windows of co-education अरशद मदनी इस्लामी मुल्कों में सहशिक्षा जमीयत उलेमा-ए-हिंद के सदर अरशद मदनी
राजनीति दुनिया मनदी जोरां नूं.. September 11, 2019 / September 11, 2019 by विजय कुमार | Leave a Comment साहित्य में कहावतों का बड़ा महत्व है। उनके माध्यम से बड़ी बात को भी छोटे में कहा जा सकता है। पंजाबी में एक कहावत है – दुनिया मनदी जोरां नूं, लख लानत कमजोरां नूं। (दुनिया दमदार को ही मानती है, इसलिए कमजोर पर लाख लानत है।) इसका ताजा उदाहरण देखिए। गत 30 अगस्त, 2019 को […] Read more » devbandi अरशद मदनी जमीअत उलेमा ए हिन्द दारुल उल उलूम