कविता साहित्य आज के सवाल हैं कि आज ही जवाब दो। March 6, 2016 by अरुण तिवारी | Leave a Comment नदी जिये या जल मरें, बची रहे श्री सदा ऐसा भी कमाल हो, सत्ता ही दलाल हो, तो क्यों न ईमान पे सवाल हो ? जल रही मशाल है कि उठ रहे सवाल हैं कि आज के सवाल हैं कि आज ही जवाब दो। चुन गये तो क्या तुम्हीं भगवान हो गये? चुन रहा जो […] Read more » Featured आज के सवाल हैं कि आज ही जवाब दो।