कविता
आर्य द्रविड़ को अलग जाति बताके भ्रम फैलाना ठीक नहीं
/ by विनय कुमार'विनायक'
—विनय कुमार विनायकआर्य-द्रविड़ को अलग-अलग जातिबताके भ्रम को फैलाना ठीक नहीं! ‘आर्य’ भारत में नहीं अलग जाति,यह तो एक संबोधन और उपाधि,संस्कृत भाषा-भाषियों से संबोधित,भारतीय भाषाओं द्वारा संपोषित! आज का ‘सर’ अंग्रेजी सरनेम जैसे,नाम के आगे या पीछे में लगा देते,जैसे सर सैयद अहमद, सर इकबाल,अंग्रेज नहीं, मुस्लिम हिन्दू मूल के! ज्यों मुहम्मद जिन्ना,मुहम्मद इकबाल,अरबी […]
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