कविता ईश्वर तेरे सारे नाम विस्फोटक हो चुके July 6, 2021 / July 6, 2021 by विनय कुमार'विनायक' | Leave a Comment —–विनय कुमार विनायकईश्वर तेरे सारे नामबारूद-डायनामाइट साविस्फोटक हो चुके! कैसे पुकारुं?हफियाते-उबासते,जब कभी निकल पड़तातुम्हारा कोई संबोधन तबहड़बड़ाए ताकता हूं आजू-बाजूकहीं उसने तो नहीं सुन लिया,वर्ना मारा जाऊंगा जब झुटपुटेअंधियारे में गुजरूंगाउसकी गली से! हे राम!तुम्हारे सारे नामसराबोर हो चुके हैंमिसाइली दुर्गंध से! ब्रह्म; पुरातन भ्रम!ईश्वर; आज का बवंडर!अल्लाह; आग सा शोला!गॉड; पश्चिमी रंगभेदी लार्ड! क्या […] Read more » God all your names have become explosive ईश्वर तेरे सारे नाम विस्फोटक हो चुके