Tag: कम्युनिज्म का अन्तर्द्वन्द्व

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कम्युनिज्म का अन्तर्द्वन्द्व, विरोधाभास और असफलता-३

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विपिन किशोर सिन्हा कम्युनिज्म का अन्तर्द्वन्द्व, विरोधाभास और विफलता-१ कम्युनिज्म का अन्तर्द्वन्द्व, विरोधाभास और असफलता-२ परिवार के संबंध में भी कम्यून्स का प्रयोग प्रत्येक कम्युनिस्ट देश को भारी पड़ा। लोगों ने कम्यून्स में रुचि लेना बन्द कर दिया। विवशता में कम्यून्स में रहते हुए भी विशेष पुरुष, विशेष स्त्री में परस्पर स्वाभाविक आकर्षण और एक […]

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महत्वपूर्ण लेख राजनीति

कम्युनिज्म का अन्तर्द्वन्द्व, विरोधाभास और विफलता-१

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विपिन किशोर सिन्हा शोषणविहीन और समतामूलक समाज के सपने के साथ शुरू हुआ कार्ल मार्क्‍स प्रणीत कम्‍युनिज्‍म जल्‍द ही पूरी दुनिया में फैल गया। युवाओं में इसके प्रति विशेष आकर्षण रहा। रूस, चीन, भारत समेत अनेक देशों  में इसका प्रभाव समाज जीवन के सभी क्षेत्रों यथा – शिक्षा, ट्रेड यूनियन, पत्रकारिता, साहित्‍य, कला, रंगमंच आदि- […]

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