विविधा कह-मुकरी को काव्य की मुख्यधारा में लाना है February 5, 2014 by पियूष द्विवेदी 'भारत' | Leave a Comment ‘कह मुकरी’ काव्य की एक ऐसी विधा है जिसका अस्तित्व भारतेंदु युग की समाप्ति और द्विवेदी युग के आरम्भ के साथ ही लुप्तप्राय हो गया ! इस विधा पर अमीर खुसरो द्वारा सर्वाधिक काम किया गया! भारतेंदु हरिश्चंद्र ने भी कह-मुकरियों की काफी रचना की ! लेकिन भारतेंदु युग के बाद जब द्विवेदी युग आया […] Read more » Hindi Poem कह-मुकरी को काव्य की मुख्यधारा में लाना है