जन-जागरण राजनीति किन्नरों पर ममता के प्रयासों को सराहने की जरूरत October 3, 2015 by मयंक चतुर्वेदी | Leave a Comment डॉ. मयंक चतुर्वेदी भारत में तीस लाख से ज्यादा किन्नर हैं, लेकिन राजनीतिक स्तर पर देशभर में दो-चार किन्नरों को छोड़ दिया जाए तो इस समाज का विकास आज भी ऐसा लगता है जैसे वह किसी तीसरी दुनिया में जी रहे हैं। उन्हें परस्पर हंसने-बोलने की आजादी तो है लेकिन स्त्री-पुरुषों के सभ्य समाज में […] Read more » Featured किन्नरों पर ममता के प्रयासों को सराहने की जरूरत :