कविता साहित्य क्या मै लिख सकूँगा : पेड़ की संवेदनाओं को March 15, 2016 by प्रवक्ता ब्यूरो | 2 Comments on क्या मै लिख सकूँगा : पेड़ की संवेदनाओं को सुशील कुमार शर्मा कल एक पेड़ से मुलाकात हो गई। चलते चलते आँखों में कुछ बात हो गई। बोला पेड़ लिखते हो संवेदनाओं को। उकेरते हो रंग भरी भावनाओं को। क्या मेरी सूनी संवेदनाओं को छू सकोगे ? क्या मेरी कोरी भावनाओं को जी सकोगे ? मैंने कहा कोशिश करूँगा कि मैं तुम्हे पढ़ […] Read more » cutting of trees poem on cutting of trees poem on trees क्या मै लिख सकूँगा पेड़ की संवेदना