लेख विश्ववार्ता नैतिक समस्याओं का मर्म और साहित्य से उपजा संभ्रम February 19, 2020 / February 19, 2020 by मनोज ज्वाला | Leave a Comment मनोज ज्वाला आज देश के सामने जितनी भी समस्याएं और चुनैतियां हैं, उनका मूल कारण वस्तुतः बौद्धिक संभ्रम है। यह अज्ञानतावश या अंग्रेजी मैकाले शिक्षा व साहित्य से निर्मित औपनिवेशिक सोच का परिणाम है अथवा वैश्विक महाशक्तियों के भारत विरोधी साम्राज्यवादी षड्यंत्र का दुष्परिणाम। राष्ट्रीय एकता-अखण्डता पर प्रहार करता रहने वाला आतंकवाद, अलगाववाद, क्षेत्रीयतावाद, सम्प्रदायवाद, […] Read more » अंग्रेजी मैकाले शिक्षा व साहित्य से निर्मित औपनिवेशिक सोच अलगाववाद आर्थिक विषमता की खाई चौड़ी करने वाली समस्या क्षेत्रीयतावाद धर्मनिरपेक्षतावाद राष्ट्रीय एकता-अखण्डता पर प्रहार करता रहने वाला आतंकवाद सम्प्रदायवाद
राजनीति स्वतंत्रता दिवस पर अंधविश्वास की परछाई August 13, 2018 / August 13, 2018 by संजीव खुदशाह | 1 Comment on स्वतंत्रता दिवस पर अंधविश्वास की परछाई संजीव खुदशाह यह प्रश्न अटपटा हो सकता है। लेकिन क्या आपको मालूम है कि 14 अगस्त को पाकिस्तान में आजादी का दिवस मनाया जाता है। इसके पीछे इतिहास में कुछ कहानियां छिपी हुई है। 1929 में तत्कालीन कांग्रेस के अध्यक्ष पंडित जवाहरलाल नेहरु ने ब्रिटिश शासन से पूर्ण स्वराज की मांग की थी। उस समय […] Read more » Featured क्षेत्रीयतावाद पंडित जवाहरलाल नेहरु ब्रिटिश शासन भारत में लोकतंत्र महिलाओं सुख शांति स्वतंत्रता दिवस पर अंधविश्वास की परछाई
राजनीति मुम्बई पर सबका हक, गुंडागर्दी की छूट किसी को नहीं February 4, 2010 / July 13, 2012 by गौतम चौधरी | 1 Comment on मुम्बई पर सबका हक, गुंडागर्दी की छूट किसी को नहीं मुम्बई किसकी है मुझे पता नहीं, लेकिन जब कभी भी भारत का नक्शा देखता हूं तो वह मुझे वर्तमान भारतीय संघ का ही हिस्सा दिखता है। छात्र जीवन में हम लोग नारा लगाते थे, कश्मीर हिन्दुस्तान का, नहीं किसी के बाप का, बाप के बाप का। हालांकि मुम्बई के लिए तत्काल ऐसे नारे की जरूरत […] Read more » Mumbai क्षेत्रीयतावाद मराठी मुंबई